वाटिकन सिटी, 26 सितंबर, 2010 (ज़ेनित) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कहा हैं वे एक
साल पहले से ही 2012 में होने वाले विश्व परिवार सम्मेलन की तैयारी आरंभ कर दें।
संत
पापा ने उक्त तैयारी के लिये परिवारों और पल्लियों को प्रोत्साहन उस समय दिया जब उन्होंने
परिवार के लिये बनी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल एन्ने अन्तोनेल्ली को एक
23 सितंबर शुक्रवार को एक पत्र प्रेषित किया।
सन् 2012 में इटली के मिलान होने
वाले 7वें विश्व परिवार दिवस के की विषयवस्तु है " फैमिलीः वर्क एन्ड सेलेब्रेशन " अर्थात्
" परिवारः कार्य व उत्सव। " संत पापा ने अपने पत्र में कहा है कि श्रम एवं आराम पारिवारिक
जीवन के अभिन्न अंग है इसलिये उद्यम और आराम में सामंजस्य ज़रूरी है।
कार्य और
आराम परिवार चुनावों, पति-पत्नी के रिश्तों माता-पिता और बच्चों के संबंधों, आपसी-प्रेम
और परिवार-चर्च रिश्तों को प्रभावित करते हैं। संत पापा ने कहा कि पवित्र धर्मग्रंथ हमें
बताते हैं कि परिवार कार्य और उत्सव के अवसर ईश्वरीय वरदान है जो मनुष्य को जीवन की पूर्णता
प्राप्त करने में मदद देते हैं।
मानव जीवन के अनुभव हमें बताते हैं कि मनुष्य
का पूर्ण विकास तब ही संभव हो सकता है जब वह अपना व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामुदायिक
विकास करे। इसके साथ ही मनुष्य के पूर्ण विकास के लिये उसे चाहिये कि वह अपने दैनिक कार्यों
को ठीक से करे और अपने सहयोगियों के साथ सौहार्दपूर्ण संबंध बनाये रखते हुए ईश्वर की
असीमित अच्छाई पर आस्था रखे।
संत पापा ने इस आधुनिक कार्ययोजना और कार्यशैली पर
खेद व्यक्त करते हुए कहा कि आज की अर्थव्यवस्था में प्रतियोगिता और अधिकतम लाभ के सिद्धांत
के हावी होने के कारण आराम और उत्सव का रूप ‘छुटकारा पाना और उपभोगी बनना’ बन गयी है।
उन्होंने कहा कि ये दोनों बातें व्यक्तिवाद को बढ़ावा देती हैं जो परिवार, समुदाय
और समाज के लिये घातक हैं।
संत पापा ने कहा कि " इसलिये यह आवश्यक है कि आराम
और उत्सव के सही अर्थ को लोगों को बताया जाये विशेषकरके रविवार के दिन को प्रभु का दिन
माना जाये परिवार या समुदाय या एकता दिवस के रूप में मनाया जाये।"
उन्होंने कहा
कि उनकी इच्छा है कि प्रेरितिक दस्तावेज़ " फामिलियर्स कोन्सोरसियो " पारिवारिक एवं सामुदायिक
जीवन की मार्गदर्शिका बने।