भूबनेश्वरः भय और आशंका दूर करने हेतु उड़ीसा की कलीसिया प्रयासरत
उड़ीसा के कान्धामाल ज़िले में दिसम्बर 2007 से भड़की ख्रीस्तीय विरोधी हिंसा तथा नरसंहार
के उपरान्त उड़ीसा की कलीसिया लोगों में व्याप्त भय को दूर करने का प्रयास कर रही है।
22 सितम्बर को अन्तरराष्ट्रीय शांति दिवस के उपलक्ष्य में एशिया समाचार से बातचीत
में कटक भूबनेश्वर के महाधर्माध्यक्ष राफायल चीन्नत ने बताया कि विभिन्न धर्मों के बीच
वार्ता एवं मैत्री को प्रोतसाहित करने हेतु उड़ीसा की कलीसिया ने पल्ली स्तर पर अनेक
कार्यक्रम आरम्भ किये हैं। महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि दो वर्ष से अधिक समय तक उड़ीसा
के ख्रीस्तीयों ने हिंसा एवं उत्पीड़न का सामना किया है इसलिये सबसे महत्वपूर्ण काम लोगों
के मन से भय और आशंकाओं को दूर करना है। उन्होंने बाताया कि पल्ली स्तर पर महाधर्मप्रान्त
में आरम्भ पहलों में काथलिकों के साथ अन्य धर्मों के स्वयंसेवक भी सहयोग कर रहे हैं।
कान्धामाल में शांति प्रक्रिया सम्बन्धी पहलों का आयोजन करनेवाले फादर विजय कुमार
प्रधान ने कहा, "हम हर क्षेत्र से सहयोग खोज रहे हैं।" उन्होंने कहा कि शांति को अवसर
देने के लिये सभी को मिलकर कार्य करना होगा क्योंकि "हमारे समस्त प्रयासों का प्राथमिक
उद्देश्य है शांति स्थापित करना।" कान्धामाल ज़िले में सन् 2007 के बाद आरम्भ ख्रीस्तीय
विरोधी हिंसा में 93 व्यक्तियों की हत्या है गई, 6,500 मकानों को लूट लिया गया तथा आग
के हवाले कर दिया गया। लगभग 350 गिरजाघरों एवं 45 आश्रमों एवं कलीसिया संचालित स्कूलों
को भी आग लगा दी गई या भारी क्षति पहुँचाई गई।