देवदूत संदेश प्रार्थना के पाठ से पूर्व संत पापा का संदेश
संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने रविवार 19 सितम्बर को बरमिंघम के कोफ्टन पार्क में सम्पन्न
समारोही ख्रीस्तयाग के समय 19 वीं सदी के महान ईशशास्त्री कार्डिनल जोन हेनरी न्यूमन
को धन्य घोषित किया। उन्होंने ख्रीस्तयाग समारोह के बाद देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ
करने से पूर्व भक्तों को सम्बोधित करते हुए कहा
येसु ख्रीस्त में अतिप्रिय
भाईयो और बहनो, में सेविल्ले के लोगों का सहर्ष अभिवादन करता हूऐं जहाँ कल मादरे
मारिया दे ला पुरीसिमा दे ला क्रूज को धन्य घोषित किया गया। मेरी कामना है कि धन्य मारिया
युवतियों के लिए प्रेरणा बनें ताकि वे ईश्वर और पड़ोसी के प्रति प्रेम के उदाहरण का एकाग्र
मन से अनुसरण कर सकें।
जब धन्य जोन हेनरी न्यूमन बरमिंघम में रहने आये तो
उन्होंने अपने पहले निवास स्थान को मेरीवाले का नाम दिया। उन्होंने जिस ओरेटरी की स्थापना
की उसे धन्य कुँवारी माता मरियम के निष्कलंक गर्भागमन को समर्पित किया। और आयरलैंड के
काथलिक यूनिवसिटी को माता मरियम के संरक्षण के सिपुर्द किया। उन्होंने अनेक तरीकों
से अपनी पुरोहिताई प्रेरिताई को ईश्वर की माता के प्रिय संतान के भाव में जीया। हमारी
मुक्ति के लिए ईश्वरीय योजना के पूरा होने में माता मरिया की भूमिका पर मनन चिंतन करते
हुए वे भाव विह्ववल होकर घोषणा करते हैं- उनकी पवित्रता और पूर्णता का कौन आंकलन कर सकता
है जिसे ख्रीस्त की माता बनने के लिए चुना गया। उनके कौन कौन से वरदान थे जिन्हें ईश्वर
के पुत्र की एकमात्र सांसारिक संबंधी बनने के लिए चुना गया जिसके प्रति येसु सम्मान का
भाव रखते तथा उनकी ओर देखते थे। मरियम येसु को शिक्षित करने और प्रशिक्षित करने के लिए
नियुक्त की गयीं। वे उन्हें दिन प्रतिदिन निर्देश दें जब येसु बुद्धि और शरीर में बढ़
रहे थे।
हम कृपा के इन प्रचुर वरदानों को देखते हुए उनका सम्मान करते हैं,
दिव्य पुत्र के साथ उनकी अंतरंगता के बल पर हम स्वाभाविक रूप से हमारी अपनी जरूरतों तथा
सम्पूर्ण विश्व की आवश्यकताओं के लिए उनकी मध्यस्थता की याचना करते हैं। देवदूत संदेश
के शब्दों में हम धन्य कुँवारी माता मरिया की ओर मुखातिब होकर हमारे दिल के मनोरथों को
उनकी मध्यस्थता के सिपुर्द करते हैं।
इतना कहने के बाद संत पापा ने देवदूत
संदेश प्रार्थना का पाठ किया और सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।