2010-09-18 18:09:42

वेस्टमिनस्टर कैथीड्रल में ख्रीस्तयाग के समय संत पापा का प्रवचन


संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने शनिवार को वेस्टमिनस्टर कैथीड्रल में सम्पन्न ख्रीस्तयाग की अध्यक्षता की जिसमें ख्रीस्तयाग समारोह में कैंटरबरी के महाधर्माध्यक्ष रोआन विलियमस तथा अन्य प्रोटेस्टंट और आर्थोडोक्स कलीसियाओं के धर्माधिकारी भी शामिल हुए। संत पापा ने अपने प्रवचन को क्रूसित येसु के शरीर पर केन्द्रित कर एकता, चंगाई और मेलमिलाप पर बल दिया।

संत पापा ने कहा कि ख्रीस्त की फैली हुई बाहें सबलोगों का आलिंगन करती है जो शारीरिक मानसिक या आध्यात्मिक रूप से पीडि़त हैं यहाँ तक कि यौन दुराचार के प्रकरणों के कारण जिनका जीवन नष्ट हुआ है। इस अकथनीय अपराध के निर्दोष पीडि़तों के लिए वे गहन दुःख व्यक्त करते हूँ। उनकी आशा है कि ख्रीस्त की कृपा की शक्ति से, मेलमिलाप के उनके बलिदान से पीड़ितों के जीवन में चंगाई और शांति आये।

संत पापा ने कहा कि इन पापों के कारण उत्पन्न लज्जा और अपमान को हम सबने सहा है। इसे प्रभु को अर्पित करें ताकि पीड़ितों को चंगाई मिले, कलीसिया का शुद्धीकरण हो और वह बच्चों तथा किशोरों के प्रशिक्षण के लिए सदियों पुराने अपने समर्पण को नवीकृत करे।








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