कंधमाल ईसाई विरोधी हिंसा- चरमपंथी हिन्दु नेता को सजा
एशिया समाचार सेवा ने बताया कि भारत के उड़ीसा राज्य में कंधमाल जिला न्यायालय ने भाजपा
नेता मनोज प्रधान को सन 2008 में हुए ईसाई विरोधी दंगे के दौरान एक ईसाई की ह्त्या के
मामले में 6 वर्ष के कारावास की सज़ा तथा कानूनी खर्च के लिए 15500 रूपये जुर्माना अदा
करने को कहा है। उन्हें जून माह में हत्या के एक अन्य मामले में सज़ा सुनायी गयी थी लेकिन
उड़ीसा उच्च न्यायालय ने प्रोबेशन पर मुक्त कर दिया था। कंधमाल के ईसाईयों ने सन 2008
के दंगे में विक्रम नायक की हत्या के मामले में अदालत द्वारा मनोज प्रधान को सज़ा दिये
जाने के समाचार का स्वागत किया है।
ईसाईयों के मामले देख रहे वकील फादर दिवाकर
परीचा ने कहा कि प्रधान को सज़ा दिये जाने से कंधमाल के दंगा पीडि़तों को आशा की किरण
मिली है। हाल के वर्षों में ईसाईयों के मामलों को प्रस्तुत कर रहे वकील मारकोस जोसेफ
कुनुमपुराथ ने कहा कि पीडि़तों का भारतीय विधि व्यवस्था में अब कुछ विश्वास होने लगा
है। हिंसा के मुख्य षडयंत्रकारियों में से एक, मनोज प्रधान का नाम हत्या के 38 मामलों
में शामिल है लेकिन इनमें से केवल 6 मामलों पर अदालत विचार कर रही है।
हिन्दु
चरमपंथियों ने दिसम्बर 2007 और अगस्त 2008 के मध्य 93 लोगों की हत्या कर दी थी। उन्होंने
लगभग 6500 घरों में लूटपाट करते हुए आग लगा दिया तथा लगभग 350 गिरजाघरों और 45 स्कूलों
को नष्ट कर दिया था। कंधमाल ईसाई विरोधी दंगे के कारण लगभग 50 हजार लोगों ने जंगल में
शरण ली तथा उनमें से अनेक लोग अब भी शरणार्थी शिविरों में रह रहे हैं।