कास्तेल गंदोल्फो, 8 सितंबर, 2010 (ज़ेनित) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने वाटिकन के
लिये नियुक्त जापान के राजदूत कागेफूमी उवेनो के कार्यो की प्रशंसा की है। उन्होंने
कहा कि कागेफूमी के नेतृत्व में वाटिकन और एशियाई देश जापान का संबंध मजबूत हुआ है। जापान
के राजदूत ने अपने चारवर्षीय कार्यकाल की समाप्ति पर कास्तेल गंदोल्फो में संत पापा
से मुलाकात की। वाटिकन में जापान के राजदूत ने एक बयान जारी कर बताया कि विगत चार
वर्ष जापान वाटिकन संबंधों के लिये अति महत्त्वपूर्ण थे। इसी काल मेंजापान के 188
शहीदों को धन्य घोषित किया जाना, जापान के प्रधानमंत्री का संत पापा से मिलना और कई नीतिगत
मामलों में दोनों राष्ट्रों के बीच समझौते होना शामिल हैं। संत पापा से बातचीत करते
हुए अपनी विदाई मुलाकात में कागेफूमी ने कहा कि चार वर्षों का कार्यकाल उनके लिये भी
मह्त्वपूर्ण रहा क्योंकि उन्हें वाटिकन को जापान के बारे में अधिक जानकारी देने के कई
अवसर मिले, जिससे दोनों के बीच का रिश्ता सुदृढ़ हुआ है। संत पापा ने राजदूत के कार्यो
के लिये अपनी कृतज्ञता प्रकट की और अपनी अनवरत् प्रार्थनाओं का आश्वासन दिया। वाटिकन
के लिये नवनियुक्त जापानी राजदूत हिदेकाजू यामागूची सितंबर महीने के अंतिम सप्ताह में
रोम पहुँचेंगे और अपना कार्यभार संभालेंगे।