पुणेः निर्धनों की सहायता हेतु नियमों को सरल बनाने का आह्वान
पुणे के काथलिक धर्माध्यक्ष थॉमस डाबरे ने निर्धनों की सहायता हेतु नियमों को सरल बनाने
का भारतीय सरकार से आह्वान किया है। धर्माध्यक्ष डाबरे ने कहा कि दफ़तरशाही तथा लम्बे
समय तक चलनेवाली कागज़ी प्रक्रियाएँ निर्धनों को अनेक सरकारी योजनाओं से वंचित कर रहीं
हैं जिनमें शिक्षा अथवा आय उगाहने के लिये ऋण प्राप्त करना आदि सम्मिलित हैं। धर्माध्यक्ष
डाबरे पुणे में "निर्धन ख्रीस्तीयों के सशक्तिकरण" शीर्षक से क्रिस्टियन लीगल एसोसियेशन
द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बोल रहे थे। इस बात की ओर उन्होंने ध्यान आकर्षित
कराया कि मुसलमान एवं ख्रीस्तीय अल्पसंख्यकों के लिये केन्द्रीय सरकार के अनेक शिक्षा
एवं रोज़गार कार्यक्रम हैं। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती जाति निकाय में अछूत कहलानेवाले
दलित ख्रीस्तीयों के लिये कलीसिया स्कूलों एवं सरकारी नौकरियों में हिन्दुओं के समान
ही सुविधा चाहती है। उन्होंने कहा कि इस प्रश्न पर वे महाराष्ट्र सरकार से कागज़ी प्रकियाओं
को सरल बनाने का आग्रह करेंगे। क्रिस्टियन लीगल एसोसियेशन के अध्यक्ष विजय भास्करण
ने कहा कि उनका संगठन सरकार से आग्रह करेगा कि निर्धनों को ऋण् आदि दिलाने के लिये वह
धर्माध्यक्षों के प्रस्तावों को स्वीकार करे।