2010-09-07 12:01:54

कर्नाटकः ख्रीस्तीय विरोधी आक्रमणों की जाँचपड़ताल की तारीख बढ़ाई गई


कर्नाटक सरकार ने सन् 2008 में हुए ख्रीस्तीय विरोधी आक्रमणों की जाँच करनेवाले आयोग को और अधिक समय देने की घोषणा की है। सरकार के इस निर्णय ने ख्रीस्तीय नेताओं की मिली जुली प्रतिक्रियाओं को जन्म दिया है।
भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार ने ख्रीस्तीय लोगों, संस्थाओं एवं ख्रीस्तीय सम्पत्ति पर हुए आक्रमणों की जाँच करनेवाले आयोग को अब 31 अक्तूबर तक का समय दे दिया है। यद्यपि फरवरी माह में जारी 500 पृष्ठों वाली रिपोर्ट में कहा गया था कि उक्त आक्रामक घटनाओं के लिये हिन्दु चरमपंथी ज़िम्मेदार थे सरकार ने नवीं बार जाँच आयोग के समय को बढ़ा दिया है।
बेल्लारी के धर्माध्यक्ष हेनरी डिसूज़ा ने कहा कि सन् 2008 में सैकड़ों ख्रीस्तीय विरोधी आक्रमण हुए और इनकी जाँच में समय लगना स्वाभाविक है।
तथाति चर्च ऑफ साऊथ इन्डिया के पादरी मनोहर चन्द्र प्रसाद ने आयोग के कार्यों में विलम्ब पर चिन्ता व्यक्त की है।
न्यायमूर्ति बी.के. सोमशेखर के नेतृत्व में गठित एक व्यक्ति वाले आयोग को 1,109 याचिकाएँ मिली हैं तथा लगभग 800 गवाहों ने अपने बयाँ दिये हैं। इनमें हिन्दु एवं ख्रीस्तीय संगठन, मानवाधिकार कार्यकर्त्ता तथा अनेक पुलिस एवं प्रशासन अधिकारी सम्मिलित हैं। जनवरी सन् 2009 में आयोग का गठन हुआ था तथा छः माहों के भीतर रिपोर्ट तैयार की जानी थी।








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