नई दिल्लीः मदर तेरेसा की स्तुति में राष्ट्रपति भी शामिल
नई दिल्ली में 28 अगस्त को मदर तेरेसा की शताब्दी के उपलक्ष्य में आयोजित एक शिविर के
प्रतिभागियों को सम्बोधित कर राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने भी स्व. मदर तेरेसा के कार्यों
की भूरि भूरि प्रशंसा की। इस शिविर में राष्ट्रपति सहित अनेक वरिष्ठ भारतीय राजनैतिक
नेताओं ने मदर तेरेसा के प्रति श्रद्धान्जलि अर्पित की। राष्ट्रपति महोदया ने कहा,
"मदर तेरेसा हमारे युग की महान आत्माओं में से एक हैं। अपने सम्पूर्ण जीवन काल के दौरान
उन्होंने निःस्वार्थ सेवा की ताकि अपने कार्यों द्वारा वे प्रेम और दया के सन्देश को
फैला सकें।" उन्होंने कहा, मदर तेरेसा "वास्तव में पूर्णतः एवं यथातथ्य, मदर अर्थात्
माँ शब्द का साकार रूप थीं।" उत्तराँचल की राज्यपाल काथलिक धर्मानुयायी श्रीमती मारग्रेट
आल्वा ने मदर तेरेसा के साथ अपने अनुभवों को अन्यों में बाँटा। उन्होंने कहा कि मदर,
"ईश्वर की महिला थीं इसीलिये वे मानवजाति के प्रति प्रेम से परिपूर्ण थीं।" ओवरसीज़
इण्डियन अफेयर्स के केन्द्रीय मंत्री व्यालार रवि ने मदर की प्रशंसा में कहा कि मदर तेरेसा
ने अपने जीवन एवं सन्देश द्वारा अपने इर्द गिर्द रहनेवाले हर व्यक्ति को प्रभावित किया।
मदर तेरेसा का जन्म 26 अगस्त 1910 ई. को हुआ था। भारत तथा विश्व के अनेक देशों में
उन्होंने निर्धनों एवं बेसहारा लोगों के लिये आश्रमों की स्थापना की। पाँच सितम्बर सन्
1997 को उनका देहान्त हो गया था। सन् 2003 में, सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने उन्हें
धन्य घोषित कर कलीसिया में वेदी का सम्मान प्रदान किया था।