कोलकाता, 30 अगस्त, 2010 (उकान) मदर तेरेसा के सम्मान में पश्चिमी बंगाल राज्य सरकार
द्वारा आयोजित चार दिवसीय फिल्म महोत्सव में 45 हज़ार लोगों ने हिस्सा लिया।
आयोजक
समिति के निलंजन चटर्जी ने कहा धन्य मदर तेरेसा के सम्मान में आयोजित फिल्म महोत्सव आयोजित
करना उनके लिये बड़े गर्व की बात है।
राज्य फिल्म सेंटर के अध्यक्ष नीलंजन चटर्जी
ने उक्त बातें उस समय कहीं जब वे फिल्म महोत्सव के समापन दिवस पर बोल रहे थे। उन्होंने
कहा जिस तरह का उत्साह मदर तेरेसा अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में देखा गया यह अपेक्षा
से बढ़ कर थी।
उन्होंने कहा कि इस महोत्सव की एक विशेषता यह भी थी कि इसके दर्शक
विकलांग और अक्षम लोग थे।
आयोजन समिति के अध्यक्ष सुनील लुकस ने बताया कि इस महोत्सव
में मदर तेरेसा की 18 फिल्में दिखायी गयीं जिसमें 64 शो हुए और पैंतालिस हज़ार लोगों
ने इसका आनन्द उठाया।
उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी कि विकलांगों के लिये
विशेष शो के भी आयोजन किये गये थे जो मदर तेरेसा सेंटरों में रहा करते हैं उनकी संख्या
करीब 7 हज़ार थी।
उन्होंने उकान समाचार को बताया कि यह फिल्म महोत्सव विश्व के
अगले छः महीनों में 15 अन्य देशों में भी आयोजित किया जायेगा।
मदर तेरेसा फिल्म
महोत्सव के सफल आयोजन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बिजीनेस स्कूल के गौरव सिंह राय
ने कहा कि फिल्मों के द्वारा उन्होंने मदर तेरेसा की धर्मबहनों के निःस्वार्थ सेवा को
करीब से देखा।
कनाडा के फिल्म निर्माता जेस्विट फादर पियरे बेलांगर ने कहा कि
यह आयोजन चर्च और अन्तरराष्ट्रीय मीडिया के तालमेल का एक अनुकरणीय उदाहरण था। ग़ौरतलब
हो कि फादर पियरे ने मदर तेरेसा पर ‘ द मेकिंग ऑफ द सेंट’ बनायी है।