2010-08-26 16:56:26

धन्य मदर तेरेसा की जन्म शताब्दी समारोह पर संत पापा का संदेश


( रोम सीएनए ईडब्लयूटीएन) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने धन्य मदर तेरेसा के जन्म शताब्दी समारोह के अवसर पर मिशनरीज औफ चारिटी धर्मसमाज की प्रमुख सिस्टर प्रेमा को प्रेषित संदेश में धन्य मदर तेरेसा को ख्रीस्तीय सदगुणों का आदर्श नमूना कहा है। 18 मई को लिखे गये पत्र में जिसे मदर तेरेसा की जन्मशताब्दी समारोह के लिए 26 अगस्त को जारी किया गया इसमें उन्होंने कहा है कि वे समारोही वर्ष में आध्यात्मिक रूप से शामिल हो रहे हैं तथा धर्मसमाज के सब सदस्यों को अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान करते हैं। इस वर्ष का समारोह मदर तेरेसा के रूप में मिले अनमोल उपहार के लिए ईश्वर को सहर्ष धन्यवाद देने का अवसर है। अपने जीवनकाल में तथा मिशनरीज आफ चारिटी धर्मसमाज के सदस्यों के स्नेहपूर्ण अथक कामों के द्वारा मदर ने अपनी उपस्थिति को जारी रखा है।
संत पापा की यह कामना है कि मदर तेरेसा द्वारा प्रदर्शित प्रेम, धर्मसमाज के सदस्यों को सेवा कार्य जारी रखने के लिए प्रेरणा देना जारी रखे। वे उनके उदाहरण और आध्यात्मिकता से शक्ति पायें जैसा कि मदर तेरेसा ने ख्रीस्त के निमंत्रण को स्वीकार किया था- आओ मेरा प्रकाश बनो।
संत पापा की यह कामना है कि मिशनरीज औफ चारिटी धर्मसमाज के सदस्यगण स्वयं को येसु को उदारतापूर्वक दें जिन्हें वे बीमारों, गरीबों, अनाथों और परित्यक्त लोगों में देखते और सेवा करते हैं। मदर तेरेसा संसार के लिए संत योहन के शब्दों का उदाहरण थीं- यदि ईश्वर ने हमको इतना प्यार किया तो हम को भी एक दूसरे को प्यार करना चाहिए। ईश्वर को किसी ने कभी नहीं देखा । यदि हम एक दूसरे को प्यार करते हैं तो ईश्वर हममें निवास करता है और ईश्वर के प्रति हमारा प्रेम पूर्णता प्राप्त करता है।
कोलकाता स्थित मिशनरीज औफ चारिटी मदर हाउस में 26 अगस्त को आयोजित ख्रीस्तयाग समारोह की अध्यक्षता कोलकाता के महाधर्माध्यक्ष लुकस सिरकार ने की। ख्रीस्तयाग के दौरान ही संत पापा के संदेश को पढ़ा गया।








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