बीबीसी ने मदर तेरेसा पर निर्मित पहली डोक्यूमेंटरी फिल्म को प्रदर्शित करने की अनुमति
बीबीसी ने 1969 में मदर तेरेसा पर निर्मित डोक्यूमेंटरी फिल्म को 26 से 29 अगस्ततक कोलकाता
में होनेवाले फिल्म समारोह में प्रदर्शित करने की अनुमति प्रदान कर दी है। भारत में मीडिया
रिपोर्ट ने पिछले सप्ताह कहा कि मदर तेरेसा फिल्म इंटरनेशनल फिल्म फेसटिबल में मदर तेरेसा
पर बनाई गयी पहली डोक्यूमेंटरी फिल्म समथिंग भयूटीफुल फोर गोड को दिखाये जाने पर बीबीसी
मौन था। हाल ही में बीबीसी निदेशक कार्यालय के प्रबंधक जेम्स होलटन ने फिल्म फेस्टिवल
के निदेशक सुनील लुकस को लिखा कि फिल्म दिखाये जाने पर किसी प्रकार की आपत्ति नहीं है
लेकिन बीबीसी का कर्तव्य है कि यह निष्पक्ष रहे तथा इसे ऐसा नहीं देखा जाये कि यह फेस्टिवल
की सिफारिश कर रहा है। सुनील लुकस ने उकान समाचार सेवा से कहा कि यह वास्तव में
कोलकाता के लोगों के लिए महान सेवा है जिन्हें मदर पर बनी पहली फिल्म को देखने का मौका
नहीं मिला था। उन्होंने कहा कि फिल्म समारोह में दिखाये जानेवाली फिल्मों के प्रदर्शन
की आधिकारिक कार्यक्रम तैयार हो चुकी है लेकिन इस फिल्म को मीडीया और मिशनरीज औफ चारिटी
धर्मबहनों को दिखाने के लिए विशेष रूप से दिखाये जाने की व्यवस्था की जाएगी। कहा जाता
है कि बीबीसी प्रोडक्शन ने मदर तेरेसा को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात बनाया जब मदर
पर बनी पहली डोक्यूमेंटरी को इंगलैंड में टेलिविजन पर दिखाया गया और काफी अनुदान मिले।
फिल्म को देखकर दर्शकों के जीवन में गहरा प्रभाव हुआ था। बीबीसी फिल्म निर्माण दल ने
कोलकाता आकर 58 मिनट की फिल्म तैयार करने के लिए मदर तेरेसा के साथ 5 दिन बिताया था।