बेलगाँव, 18 अगस्त, 2010 (उकान) कर्नाटक के बेलगाँव धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष पीटर मचादो
ने स्थानीय विधायक प्रह्लाद रेमानी के उस वक्तव्य पर कड़ी आपत्ति जतायी है जिसमें विधायक
ने कहा था कि ईसाइयों को भारत से ‘ उखाड फेंकना’ है।
उकान समाचार ने बताया कि
भारतीय जनता पार्टी के एक स्थानीय विधायक प्रह्लाद रेमानी ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता
दिवस समारोह में बोलते हुए उक्त बातें कहीं थी जिससे पूरे ईसाई समुदाय में रोष है।
उनके
इस ग़ैरज़िम्मेदाराना बयान पर कड़ी आपत्ति और रोष जताते हुए ईसाइयों ने 16 अगस्त को एक
विरोध रैली निकाली। उन्होंने माँग की है कि वे ईसाई समुदाय से माफी माँगे। उकान समाचार
ने बताया कि रेमानी ने अपने भाषण में कहा था कि ‘जब सन् 1947 में अंग्रेजों ने भारत
छोड़ा तो दो गलतियाँ की एक तो उन्होंने भारत का बँटवारा कर पाकिस्तान बना दिया तो दूसरी
ओर भारती में ‘ईसाइयत का बीज’ छोड़ दिया’।
यही ईसाइयत का बीज पूरे भारत में
ईसाई संस्थाओं के द्वारा फैल रहा है। अगर इसे नहीं रोका गया तो पूरे भारत के लिये एक
बड़ा खतरा बन जायेगा। और इसीलिये इसे ‘उखाड़ फेंके’ जाने की आवश्यकता है।
रेमानी
की बातों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए धर्माध्यक्ष पीटर मचादो ने कहा कि विधायक की
बातों ने अनावश्यक रूप से स्थानीय समुदाय में तनाव पैदा कर दिया है। समाचार के अनुसार
धर्माध्यक्ष ने पुलिस में एक रिपोर्ट दर्ज़ की है और कहा कि ईसाइयों को पुलिस समाज को
तोड़ने वालों पर निगरानी रखे।
विधायक के भाषण से ईसाई समुदाय में आक्रोश और दहशत
फैल गया है। बेलगाँव धर्मप्रांत के प्रवक्ता फादर फोस्टिन लोबी का कहना है कि ऐसे भाषण
समाज की एकता और अखंडता के लिये खतरनाक हैँ।