कर्नाटक के चित्रादुर्ग स्थित ख्रीस्तीय मिशन केन्द्र पर रविवार नौ अगस्त को संदिग्ध
हिन्दू चरमपंथियों ने एक बाल आश्रम की संचालिका 30 वर्षीया ख्रीस्तीय महिला पर आक्रमण
कर दिया। समाचारों के अनुसार बजरंग दल एवं श्री राम सेना के लगभग 12 चरमपंथी उस समय
मिशन केन्द्र के छात्रावास में घुस आये जब महिला पादरी हेमा नाईक बच्चों के लिये रविवारीय
प्रार्थना का नेतृत्व कर रही थीं। नाईक पर धर्मान्तरण का आरोप लगाकर चरमपंथियों ने उन
पर हमला किया। ग्लोबल काऊन्सल ऑफ इन्डियन क्रिस्टियन्स के अध्यक्ष साजन के. जॉर्ज
ने ऊका समाचार को बताया कि चरमपंथियों ने नाईक पर हमला किया तथा उन्हें घायल कर दिया।
पादरी नाईक को रविवार देर रात अस्पताल से छुट्टी दी गई। श्री जॉर्ज ने कहा कि हिन्दू
चरमपंथियों के लिये ख्रीस्तीय संस्थाओं में होनेवाली हर गतिविधि धर्मान्तरण से जुड़ी
है जो सरासर ग़लत एवं अन्यापूर्ण है क्योंकि कोई भी संस्था बलात धर्मान्तरण नहीं कर रही
है। उन्होंने बताया कि हेमा नाईक पर हमले के बाद जब अन्य पादरी पुलिस में शिकायत
दर्ज़ करने गये तो उनपर भी चरमपंथियों ने हमला किया जो पहले ही से पुलिस स्टेशन में विद्यमान
थे और उनकी प्रतीक्षा कर रहे थे। पुलिस ने इस सिलसिले में अब तक किसी को गिरफ्तार
नहीं किया है।