सरकारें पूर्ण समर्पण की भावना से आदिवासियों के लिये कार्य करें
न्यूयॉर्क, 9 अगस्त, 2010 (यूएनवेब) संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव बानकीमून ने 9 अगस्त
को अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस के अवसर पर लोगों को अपनी शुभकामनायें दीं हैं। उन्होंने
इस अवसर अपना संदेश देते हुए कहा है वर्ष 2010 का अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस आदिवासी
फिल्म निर्माताओं के लिये समर्पित है जिनके माध्यम से लोग आदिवासी समुदाय, उनकी संस्कृति
और इतिहास से अवगत होते हैं। आदिवासी विषयों पर बने फिल्मों से विश्व ने आदिवासियों
के विश्वास, दर्शन उनकी जीवन शैली और उनके सामुदायिक जीवन के बारे में ज्ञान हासिल किया
है। अपने संदेश में महासचिव ने विश्व के राष्ट्रों और सरकारों से अपील की है कि वे
आदिवासियों के विकास और उनकी स्थिति सुधार के लिये पूर्ण समर्पण की भावना से कार्य करें। उन्होंने
बताया कि इस दिन संयुक्त राष्ट्र संघ में आदिवासी फिल्म निर्माताओं के कई लघु फिल्म और
वृत्त चित्र या डोक्यूमेन्टरी दिखाये जायेंगे और उनपर विचार-विमर्श भी किया जायेगा। विदित
हो कि अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस के द्वारा संयुक्त राष्ट्र संघ चाहती है कि विश्व के
70 विभिन्न राष्टों के 370 लाख आदिवासियों के हितों की रक्षा हो और पर्यावरण की समस्या
के समाधान में उनके द्वारा किये जा रहे योगदानों की लोग सराहना करें। एक जानकारी
के अनुसार विश्व की कुल आदिवासी जनसंख्या के 70 प्रतिशत लोग एशिया और प्रशान्तमहासागरीय
क्षेत्र में निवास करते हैं। विदित हो कि संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा ने सन् 1994
में 9 अगस्त को आदिवासी दिवस घोषित किया। इसी काल में संयुक्त राष्ट्र संघ ने आदिवासियों
के लिये प्रथम 10 वर्षीय काल भी घोषित किया था। सन् 2005 से 2015 को आदिवासियों का दूसरा
दशक है और इसकी विषय वस्तु है ‘क्रियाशीलता और प्रतिष्ठा दशक’।