महासचिव बान कीमून नागासाकी में यूराकामी महागिरजाघर देखने गये
नागासाकी, जापान 9 अगस्त, 2010 (उकान) संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव बान कीमून ने नागासाकी
में परमाणु बम गिराये जाने की 65वीं वर्षगाँठ के अवसर पर हुए कार्यक्रम सम्पन्न होने
के बाद यूराकामी महागिरजाघर देखने गये।
बान कीमून ऐसे पहले महासचिव हैं जिन्होंने
नागासाकी में आयोजित ‘शांति यादगार समारोह’ में हिस्सा लिया है। परमाणु बम में मारे गये
लोगों के परिजनों से मिलने के बाद बानकी मून ने नागासाकी के महाधर्माध्यक्ष जोसेफ मित्सुवाकी
ताकामी से मुलाक़ात की।
महाधर्माध्यक्ष जोसेफ ने उन्हें उस महागिरजाघर को
दिखाया जो परमाणु बम से ध्वस्त हो गया था। उन्होंने बताया कि उस महागिरजाघर को धर्मसतावट
के दरमियान ईसाइयों ने बनाया था।
ज्ञात हो कि सन् 1945 में करीब पाँच सौ
मीटर की दूरी पर परमाणुबम गिरा था और इससे महागिरजागर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया
था।
इस अवसर पर एक संवाददाता सम्मेलन का भी आयोजन किया गया जिसमें संयुक्त
राष्ट्र संघ के महासचिव ने इस विध्वंशकारी घटना में मारे गये लोगों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि
अर्पित की। बान की मून ने कहा कि वे अपनी ओर से इस बात के लिये प्रयासरत हैं कि अंतरराष्ट्रीय
निरस्रीकरण हो।
महासचिव ने नागासाकी के महाधर्माध्यक्ष तकामी और मेयर तोमिहिसा
ताउवे को उनके निमंत्रण के लिये अपनी कृतज्ञता प्रकट कीं।