2010-07-28 13:37:57

महाधर्माध्यक्ष अंतोनियो मेनिन्नी रूस गणराज्य के वाटिकन के नये प्रेरितिक राजदूत


वाटिकन सिटी, 28 जुलाई, 2010 (ज़ेनित)  संत पाप बेनेदिक्तसोलहवें ने महाधर्माध्यक्ष अंतोनियो मेनिन्नी को रूस गणराज्य का प्रेरितिक राजदूत बनाया है ।

उक्त जानकारी देते हुए वाटिकन प्रेस कार्यालय ने ज़ेनित समाचार को बताया किया महाधर्माध्यक्ष जो पहले संत पापा के रुस में  एक प्रतिनिधि के हैसियत कार्य करते थे अब वाटिकन के राजदूत के रूप में कार्य करेंगे।

विदित हो  गत 15 जुलाई को ही महाधर्माध्यक्ष ने रूस के विदेश मंत्री सेरजेई लावरोव को अपना प्रत्यय पत्र सौंपा । संत पापा की ओर से दिये गये प्रत्यय या प्रमाणपत्र को सौंपने के बाद दोनों राष्ट्रों के प्रतिनिधियों की बीच एक मुलाक़ात हुई जो सौहार्दपूर्ण रही।

ज्ञात हो कि पिछले साल दिसंबर महीने में  संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें और रूस के राष्ट्रपति डिमितरी मेदभेदेव के बीच एक समझौता हुआ था जिसमें इस बात पर बल दिया गया था दोनों पक्ष पूर्ण रूप से कूटनीतिक रिश्ते बहाल करेंगे। दोनों देशों का यह सपना पूरा हो गया है।

गौरतलब है कि दोनों देशों ने सन् 1990 से ही एक-दूसरे देश में प्रतिनिधि भेजने जैसे रिश्ते बरकरार रखे थे।

उधर रूस में वाटिकन के नये नुनसियो या राजदूत को संबोधित करते हुए रूस के उप विदेश-मंत्री अलेक्सेन्दर क्रुस्को ने संबंधों को लेकर दोनों देशों के बीच हुई प्रगति की मूल्याकंन किया। उन्होंने कहा कि रूस और वाटिकन के रिश्तों की सुदृढ़ता में उत्तरोतर वृद्धि हुई है।

वाटिकन समाचार पत्र ‘लोसेरभातोरे रोमानो’ के अनुसार क्रुस्को ने राष्ट्रपति की ओर से यह आश्वासन  दिया कि मानव की नैतिक चुनौतियों का सामना मिल कर करेंगे।
नवनियुक्त वाटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष अंतोनियो मेनिन्नी ने भी आश्वासन दिया कि वाटिकन आपसी रिश्ते मजबूत करेगा और रूस के लोगों के नैतिक और आध्यात्मिक विकास में अपना योगदान देगा।















All the contents on this site are copyrighted ©.