जाम्बिया के धर्माध्यक्षों द्वारा संविधान के प्रारूप का विरोध
(काथलिक कल्चर) अफ्रीकी राष्ट्र जाम्बिया के धर्माध्यक्षों ने 20 जुलाई को जारी एक वक्तव्य
में राष्ट्रीय संवैधानिक सम्मेलन द्वारा तैयार किये गये संविधान के प्रारूप का विरोध
किया है। धर्माध्यक्षों ने लिखा है कि जो लोग कमजोर और पछपातपूर्ण संविधान के द्वारा
सत्ता पर पकड़ बनाये रखना चाहते हैं उन्होंने संकीर्ण स्वार्थ के लिए सामान्य हित की
बलि चढ़ा दिया है। धर्माध्यक्षों ने कहा है कि येसु के शब्दों पर वे गहराई से विश्वास
करते हैं कि जो न्याय के लिए भूखे और प्यासे हैं वे तृप्त किये जायेंगे। धर्माध्यक्षों
ने सबलोगों से न्यायी ईश्वर के पास प्रार्थना करने का आग्रह किया है ताकि वह इस देश को
आशीष दे एवं लोगों को शीघ्र ही न्याय मिले। वाटिकन आंकड़े़ के अनुसार जाम्बिया की 12.2
मिलियन आबादी का 39 फीसदी काथलिक हैं।