चीले के धर्माध्यक्षों ने कैदियों को क्षमा देने की राष्ट्रपति से अपील की
दक्षिण अमेरिकी देश चीले की स्वतंत्रता की दो सौं वी वर्षगांठ समारोह को देखते हुए चीले
धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने देश के राष्ट्रपति को आवेदन देकर कुछेक कैदियों को रिहा करने
का अनुरोध किया है। सम्मेलन के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष अलेसान्द्रो गोइक द्वारा हस्ताक्षरित
वक्तव्य में धर्माध्यक्षों ने कहा कि उनकी धार्मिक परम्परा में केन्द्रित है और महान
समारोहों के अवसर पर कैदियों को माफी दी जाती थी।
धर्माध्यक्षों ने कहा कि उनकी
अपील कानून और न्याय का विरोधाभास नहीं है लेकिन कुछेक मामलों में माफी देने का सुझाव
है। इस अपील पर लोगों की भिन्न प्रतिक्रियाओं को देखते हुए धर्माध्यक्षों ने कहा कि उनका
प्रस्ताव अतीत के गंभीर व्रणों को पुनः नहीं खोलना है और न ही दावा करना है कि इस अनुरोध
से चंगे हो जायेंगे। वे केवल देश के नेताओं के सामने स्वतंत्रता से वंचित अनेक व्यक्तियों
द्वारा अनुभव की जा रही दुखःद सच्चाईयों को प्रस्तुत कर रहे हैं जिन्हें कैद की सज़ा
दी गयी थी और उन्होंने सज़ा की अधिकांश अवधि पूरी कर लिया है। यह उनके लिए है दो सौ वीं
वर्षगाँठ समारोह के अवसर पर माफीनामा का चिह्न है जैसा कि अतीत में महान मानवीय पीडाओं
के समय अन्य परिस्थितियों में किया गया।
धर्माध्यक्षों ने कहा कि महिला कैदियों
और उनके बच्चों, बुजुर्ग कैदियों तथा असाध्य बीमारियों से पीड़ित कैदियों को इस अनुरोध
के अंदर विचार किया जाये। कुछ की सज़ा अवधि कम कर दी जाये तथा अन्यों को स्वतंत्र कर
दिया जाये यदि उन्होंने जेल में अच्छा व्यवहार दिखाया है तथा समाज के लिए खतरा नहीं हैं।
धर्माध्यक्षों ने पिनोकेता अवधि के समय अपराध के लिए सज़ा दिये गये कुछेक लोगों के मामले
पर भी विचार करने का अनुरोध किया है।