वैश्विक आर्थिक मन्दी ने वाटिकन पर भी अपना असर डाला। वाटिकन शहर एवं राज्य के बजट पर
आनेवाले घाटे का यह तीसरा वर्ष है तथापि सन्त पापा को मिलनेवाले अंशदान में वृद्धि हुई
है।
शनिवार को वाटिकन ने, वित्तीय वर्ष सन् 2009 के दौरान, परमधर्मपीठ एवं वाटिकन
शहर तथा राज्य की आमदनी और खर्चे का विवरण प्रकाशित किया।
सन् 2009 की वित्तीय
रिपोर्ट वाटिकन राज्य के वित्त सचिव महाधर्माध्यक्ष वेलासियो दे पौलिस द्वारा प्रस्तुत
की गई जिसके अनुसार, परमधर्मपीठ एवं वाटिकन राज्य की आय 250,182,364 यूरो रही जबकि खर्च
254,284,520 यूरो रहा यानि 4,102,156 यूरो का घाटा हुआ।
ग़ौरतलब है कि परमधर्मपीठ
के अन्तर्गत वाटिकन स्थित सभी रोमी कार्यालय तथा विश्व के विभिन्न देशों में विद्यमान
राजदूतावास आते हैं। साथ ही मीडिया नेटवर्क जैसे वाटिकन रेडियो, समाचार पत्र लोस्सरवातोरे
रोमानो तथा वाटिकन टेलेविज़न केन्द्र भी परमधर्मपीठ का ही अंग हैं। इनके संचालन हेतु
विश्व के काथलिक धर्मप्रान्तों, धर्मसमाजों एवं काथलिक धर्मानुयायियों द्वारा प्रदत्त
अर्थदान का उपयोग किया जाता है।
परमधर्मपीठ में 2,762 व्यक्ति वेतनभोगी हैं जिनमें
1,110 पुरोहित एवं धर्मबहनें तथा 1,652 लोकधर्मी काथलिक विभिन्न पदों पर नौकरीरत हैं।
2009 के दौरान वाटिकन शहर एवं राज्य को प्राप्त अंशदान तथा खर्चे के बारे में महाधर्माध्यक्ष
दे पौलिस ने बताया कि विश्व के अन्य देशों की तरह ही वाटिकन पर भी वैश्विक आर्थिक मन्दी
का असर पडा है।
इस वर्ष वाटिकन शहर एवं राज्य का घाटा 7,815,183 यूरो रहा जबकि
विगत वर्ष यह घाटा 75 लाख रहा था।
वाटिकन सिटी में 1,891 व्यक्ति नौकरी करते
हैं जिनमें 65 पुरोहित एवं धर्मबहनें हैं जबकि 1543 लोकधर्मी पुरुष एवं 283 महिलाएँ सम्मिलित
हैं।
बहुल सन् 2009 की वित्तीय रिपोर्ट में कलीसिया के परमाध्यक्ष यानि सन्त
पापा के पीटर्स पेन्स नामक कोष में एकत्र अंशदान का विवरण नहीं दिया गया। इस कोष का उपयोग
विश्व की निर्धनतम कलीसियाओं के कल्याण के लिये किया जाता है। इस वर्ष उक्त कोष में 82,529,417
अमरीकी डॉलर जमा हुए। अमरीका, इटली, फ्राँस, कोरिया तथा जापान के काथलिकों का अनुदान
अर्थपूर्ण रहा।