देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें द्वारा दिया
गया संदेश
श्रोताओ, संत पापा सेलेस्टीन पंचम के जन्म की 800 वीं वर्षगाँठ के अवसर पर संत पापा बेनेडिक्ट
16 वें ने रविवार 4 जुलाई को इटली के भूकम्प प्रभावित क्षेत्र अबरूत्सी प्रांत का दूसरी
बार दौरा किया। उन्होंने सन् 2009 में अबरूत्सी की पहली यात्रा की थी जब इस क्षेत्र
में भूकम्प आया था। संत पापा ने अपनी पहली यात्रा के समय संत पापा सेलेस्टिन पंचम की
कब्र पर अपना पाल्लियुम या अम्बिरिका अर्पित किया था। उन्होंने रविवार 4 जुलाई को सुलमोना
में आयोजित समारोही ख्रीस्तयाग की अध्यक्षता करने के बाद लगभग 25 हजार विश्वासियों को
देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व इताली भाषा में सम्बोधित करते हुए कहा-
अतिप्रिय भाईयो और बहनो,
इस भव्य समारोह के अंत में रविवार के पारम्परिक
समय में मैं आप सबको एक साथ देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ करने के लिए आमंत्रित करता
हूँ। कुँवारी माता मरिया जिनकी आप मदोना देल्ला लिबेरा तीर्थालय में विशेष आऱाधना करते
हैं मैं सुलमोना वाल्वा की कलीसिया, धर्माध्यक्ष, पुरोहितों और सम्पूर्ण ईश प्रजा को
उनके सिपुर्द करता हूँ। यह संगठित और आनन्दित कलीसिया विश्वास, आशा और उदारता के पथ पर
चले। संत पियेतरो चेलेस्तीनो की विरासत के प्रति निष्ठावान रहे। वह सदा यह जाने कि कैसे
सुसमाचारीय मूलतत्व को उदारता के साथ संयुक्त करे ताकि जो ईश्वर की खोज करते हैं वे उसे
पा सकें।
संत पीटर देल्ल मारोने ने मौन रहने और सुननेवाली कुँवारी मरियम में
दिव्य इच्छा के प्रति आज्ञाकारिता का सर्वश्रेष्ठ आदर्श पाया था। सरल और विनम्र, जो अपरिहार्य
है उसकी खोज के प्रति समर्पित, हमेशा ईश्वर को धन्यवाद देने में समर्थ, हर चीज में उनकी
भलाई रूपी उपहार को पहचाननेवाला जीवन।
हम भी, जो महान सुविधाओं और संभावनाओं
के युग में जीवन जीते हैं हमारा आह्वान किया जाता है कि सौम्य जीवन शैली अपनायें। हमारे
मन और दिल को और अधिक स्वतंत्र रखें ताकि अपनी वस्तुओं और सम्पदा को बंधुओं के साथ बाँट
सकें।
पवित्रतम माता मरियम जिन्होंने अपनी ममतामयी उपस्थिति से येसु के शिष्यों
के प्रथम समुदाय को अनुप्राणित किया था कलीसिया की सहायता करें ताकि वह सुसमाचार का विश्वसनीय
साक्ष्य दे सके। इतना कहने के बाद संत पापा ने देवदूत संदेश प्रार्थना का पाठ किया
और सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।