सीआरआई कांफ्रेंस ने दंगा मामले के आरोपी को सज़ा सुनाये जाने की सराहना की
उड़ीसा के कंधमाल में, सन् 2008 में हुए ईसाई विरोधी सांप्रदायिक दंगों के दौरान, हत्या
के एक मामले में, एक फास्ट ट्रैक अदालत ने मंगलवार को, भाजपा विधायक मनोज प्रधान को,
सात साल कारावास की सजा सुनाई।
कंधमाल में जी. उदयगिरि का प्रतिनिधित्व करनेवाले
भाजपा विधायक मनोज प्रधान पर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के घरों को आग के हवाले करने
तथा सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का भी आरोप था। कांफ्रेंस औफ रेलिजियस इंडिया (सीआरआई)
ने मनोज प्रधान को अदालत द्वारा सज़ा सुनाये जाने पर धर्मनिरपेक्ष भारत की सराहना की
है जो धार्मिक नफरत और हिंसा के कारण पीडि़त रहती है। सीआरआई के राष्ट्रीय सचिव ब्रदर
मनी की आशा है कि न्याय की प्रक्रिया चलती रहेगी। उन्होंने कहा कि भारत के ईसाई जो नफरत
और हिंसा की यातना से पीड़ित रहे हैं उनके लिए यह बुराई पर भलाई की जीत का संदेश है।
भारत के विश्वासियों के लिए यह बुराई पर भलाई का विजय संकेत है। हम प्रधान और उनके जैसे
लोगों के लिए प्रार्थना करेंगे ताकि देश में शांति और सौहार्द की भावना बनी रहे और हमसब
विश्व बंधुत्ल की भावना में एक साथ जीवन जी सकें।