वाटिकन और वियेतनाम के कूटनीतिक संबंधों में ‘सकारात्मक प्रगति’
वाटिकन सिटी, 27 जून 2010 (ज़ेनित) वाटिकन और वियेतनाम दोनों पक्षों ने संयुक्त रूप से
जानकारी दी है कि उनके आपसी कूटनीतिक संबंध में ‘सकारात्मक प्रगति’ हुई है।
वियेनाम
और वाटिकन की कार्यकारिणी समिति के सदस्यों ने दो-दिवसीय सभा के बाद वाटिकन प्रेस कार्यालय
ने एक विज्ञप्ति जारी कर बताया कि दोनों पक्ष आपसी संबंध को सुदृढ़ करने की दिशा में
हुई प्रगति से संतुष्ट हैं।
विदित हो दोनों पक्षों की पहली बैठक सन् 2009 के फरवरी
महीने में हुई थी। इस सभा में इस बात की विशेष चर्चा हुई कि संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें
और वियेतनाम के राष्ट्रपति नुयेन मिन्ह त्रिएत की जो मुलाक़ात हुई थी वह आपसी रिश्ते
के लिये बहुत मह्त्त्वपूर्ण थी।
इस सभा में इस बात का समझौता हुआ कि दोनों राष्ट्रों
और वाटिकन और स्थानीय कलीसिया के संबंध को मजबूत करने के लिये वाटिक एक प्रतिनिधि की
नियुक्ति करेगा जो गैर वियेतनाम निवासी होगा।
इस सभा में वियेतनाम ने अपनी उस
नीति को दुहराया जिसके तहत् वियेतनाम सभी धर्मों और विश्वासों का सम्मान करती है और इस
बात की गारंटी देती है कि इस नीति को लागू कराने के लिये वह कानूनी सहायता भी उपलब्ध
कराएगी।
वियेतनाम के उक्त स्पष्टीकरण पर वाटिकन ने कहा कि धार्मिक मामलों की
स्वतंत्रता के मामले में उचित वातावरण रहने से वाटिकन आध्यात्मिक शैक्षणिक स्वास्थ्य
और सामाजिक सेवा के क्षेत्र में और सक्रिय योगदान दे सकता है।
दो दिवसीय सभा की
अध्यक्षता संयुक्त रूप से वियेतनाम और वाटिकन के प्रतिनिधियों ने किया।
वाटिकन
की ओर से अन्तराष्ट्रीय संबंधों के अवर सचिव मोन्सिनयोर एत्तोरे बालेस्तेरो और वियेतनाम
की ओर से विदेशमंत्री न्यूवेन क्वोक कुवोंग ने अध्यक्षता की।
वाटिकन प्रेस कार्यालय
ने बताया कि अगली और तीसरी सभा वियेतनाम में होगी। विदित हो कि वियेतनाम में काथलिकों
की संख्या 6 लाख है जो वियेतनाम की कुल आबादी का 8 प्रतिशत है।