कारितास जी-8 और जी-20 के लिए खाद्य संकट बहुत महत्वपूर्ण
अंतरराष्ट्रीय कारितास राहत सहायता संगठन ने कहा है कि कनाडा में सम्पन्न हो रही विश्व
के नेताओं की बैठक को बढ़ते खाद्य संकट पर ध्यान केन्द्रित करनी चाहिए। बुधवार को जारी
एक वक्तव्य में कारितास ने खाद्य संकट की आकस्मिक स्थिति की पुष्टि करते हुए जी- 8 तथा
जी- 20 देशों के प्रतिनिधियों से इस समस्या के समाधान के लिए उपाय करने का आग्रह किया
है। कहा गया है कि दशकों की भ्रमित करनेवाली आर्थिक और कृषि नीतियाँ किसानों और विश्व
के सामान्य लोगों पर बहुत भारी पड़ रही हैं। लगभग एक अरब लोग भूख के शिकार हो रहे हैं।
सात में से एक व्यक्ति की भोजन संबंधी मौलिक जरूरत पूरी नहीं हो पा रही है। कारितास ने
कहा कि जी-8 तथा जी-20 देश अपनी विकसित और विकासशील अर्थव्यवस्था के द्वारा वैश्विक खाद्य
नीतियों को बदलें तथा औद्योगिक कृषि के बदले में विकासशील देशों में लघु स्तर वाली तथा
धारणीय कृषि को समर्थन दें। कारितास कनाडा के निदेशक मिकायेल कासी ने कहा कि हमें और
अधिक सहायता की जरूरत है जो अच्छी तरह खर्च की जायें तथा वे जलवायु परिवर्तन पर असरकारी
कदम उठाये जाते देखना चाहते हैं क्योंकि जलवायु परिवर्तन के कारण खाद्य सुरक्षा पर और
अधिक दबाव पड़ रहा है। कारितास ने धनी देशों से आग्रह किया कि सन 2020 तक प्रतिवर्ष 195
बिलियन अमरीकी डालरों की सार्वजनिक वित्तीय मदद निर्धन राष्ट्रों को समर्थन प्रदान करने
के लिए उपलब्ध करायें ताकि वे स्वयं को जलवायु परिवर्तन और सतत धारणीयता के उपाय विकसित
करने के अनुकूलन कर सकें।