2010-06-23 12:27:29

नई दिल्लीः भारतीय धर्मसमाजियों का ध्यान भावी पीढ़ी के नेताओं पर केन्द्रित


भारत में काथलिक धर्मसमाजियों का सम्मेलन सी.आर.आय. आगामी दशकों में भारत के तीव्र विकास के मद्देनज़र धार्मिक समाजों एवं संघों के नये नेताओं को तैयार करने हेतु एक पहल आरम्भ कर रहा है।
19 जून को ऊका समाचार से सी.आर.आय. के राष्ट्रीय महासचिव धर्मबन्धु मानी मैकुन्नेल ने कहा, "अनेक लोग यह भविष्यवाणी कर रहे हैं कि 2020 तक भारत एक विकसित देश हो जायेगा जिसके लिये काथलिक धर्मसमाजियों को तैयार रहना चाहिये।"
उन्होंने बताया कि सी.आर.आय. भारत के 13 प्रान्तों में युवा धर्मसमाजियों के लिये, "भविष्य की दृष्टि" शीर्षक से पाठ्य शिविरों का आयोजन करेगा जिसके लिये प्रत्येक प्रान्त से 30-35 वर्ष की आयु वाले एक युवा धर्मसमाजी को चुना जायेगा।
जुलाई माह में भारत के काथलिक धर्मसमाजियों की उक्त पहल आरम्भ हो रही है जो आगामी वर्ष मार्च माह में, पुणे शहर में लगभग 1000 युवा धर्मसमाजी प्रतिनिधियों के सम्मेलन से समाप्त होगी।
सी.आर.आय. भारत में सेवारत 1,25,000 काथलिक धर्मबन्धुओं, पुरोहितों एवं धर्मबहनों का प्रतिनिधित्व करता है। लगभग 30,000 धर्मसमाजी 30 से 35 वर्ष की आयु वाले हैं।












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