2010-06-22 12:33:08

न्यू यॉर्कः वाटिकन ने पारदेशीय संघटित अपराध को रोकने हेतु कठोर कार्रवाई का आह्वान किया


वाटिकन ने पारदेशीय संघटित अपराध को रोकने हेतु कठोर कार्रवाई का आह्वान किया है।
न्यू यॉर्क में 21 जून को संयुक्त राष्ट्र संघ की महासभा के 64 वें सत्र की उच्च स्तरीय बैठक को सम्बोधित करते हुए संयुक्त राष्ट्र संघ में परमधर्मपीठ के स्थायी पर्यवेक्षक वाटिकन के वरिष्ठ महाधर्माध्यक्ष चेलेस्तीनो मिलियोरे ने उक्त अपील जारी की।
महाधर्माध्यक्ष ने विश्व की सरकारों का ध्यान इस बात की ओर आकर्षित किया कि विश्व के देशों के बीच व्यापार आदि से अन्तर सम्बन्धों के बढ़ने के साथ ही अपराधों में भी वृद्धि आई है। महाधर्माध्यक्ष ने कहा, "जहाँ एक ओर व्यापार एवं सम्प्रेषण माध्यम से विश्व के लोगों के बीच एकात्मता और वाणिज्य को प्रोत्साहन मिला है वहीं दूसरी ओर देशों की सीमाओं के परे अपराध को भी प्रश्रय मिला है। नागरिकों की सुरक्षा की पृष्टभूमि में, अपराध की यह विश्वव्यापी प्रकृति कानून एवं न्याय सम्बन्धी नवीन चुनौतियाँ प्रस्तुत करती है।"
उन्होंने कहा, "आज लाखों लोग मानव तस्करी के शिकार हैं जिनमें 70 प्रतिशत से अधिक महिलाएँ एवं किशोरियाँ हैं जो यौन शोषण की शिकार बनाई जाती हैं।" इस बात की ओर महाधर्माध्यक्ष मिलियोरे ने ध्यान आकर्षित कराया कि यौन शोषण के लिये महिलाओं एवं बच्चों की पारदेशीय तस्करी इन्हें भेजने वाले देशों की आपूर्ति तथा पानेवाले देशों की मांग के बीच सन्तुलन पर निर्भर रहती है इसलिये यह अनिवार्य है कि विश्वव्यापी स्तर पर सभी देश इस प्रकार के अमानवीय व्यापार एवं इससे जुड़े अपराध पर रोक लगाने हेतु उपयुक्त कानूनों की रचना करें।







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