नई दिल्लीः धर्म के नाम पर प्राणदण्ड पाने वालों अफ़गान ख्रीस्तीयों के लिये अपील
इन्डिया बाईबिल पबलिशर्स तथा डेल्ही बाईबिल फैलोशिप के विजयकुमार सिंह ने भारत तथा सम्पूर्ण
विश्व के ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों से अफ़गानिस्तान के उन मुसलमानों के लिये प्रार्थना
की अपील की है जिन्होंने ख्रीस्तीय धर्म का आलिंगन कर लिया था तथा जिसके लिये उन्हें
प्राण दण्ड की सज़ा सुनाई गई है। एशिया समाचार से बातचीत में सिंह ने कहा, "हमें
सम्पूर्ण विश्व के ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों की मदद चाहिये ताकि हम अफ़गान सरकार द्वारा
दारी बोली बोलने अफ़गान ख्रीस्तीयों की गिरफ्तारी तथा उनके सार्वजनिक प्राणदण्ड को रोक
सकें।" अफ़गानिस्तान के लोग अपने देश को शत प्रतिशत मुसलमान मानते हैं। हाल ही में,
नूरिन टी.वी. नामक एक स्थानीय टेलेविज़न ने अफ़गान में ख्रीस्तीय धर्म को अपनानेवालों
पर एक वृत्त चित्र दर्शाया था जिसके बाद से नवख्रीस्तीयों की गिरफ्तारी और उत्पीड़न आरम्भ
हो गया। सम्पूर्ण अफ़गानिस्तान में विरोध प्रदर्शन हुए तथा अन्य धर्म अपनाने को शरिया
पर आधारित अफ़गान संविधान का उल्लंघन बताकर धर्म परिवर्तन करनेवालों के लिये कठोर दण्ड
की मांग की जाने लगी। राष्ट्रपति हामिद करजाई ने सभी नागरिकों को धार्मिक स्वतंत्रता
का आश्वासन दिया है किन्तु अफ़गानिस्तान के आन्तरिक क्षेत्रों में ग़ैरमुसलमानों पर घोर
अत्याचार जारी है। श्री सिंह ने विश्व मीडिया का भी आह्वान किया कि अफ़गान ख्रीस्तीयों
के मानवाधिकारों के अतिक्रमण पर वह मौन न रहे।