मन परिवर्तन तथा पुर्नमिलन के संस्कार की जरूरत पर बल
पुरोहितों के वर्ष के समापन पर रोम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय बैठक में मन परिवर्तन तथा
पुर्नमिलन (मेल मिलाप) संस्कार की जरूरत पर बल दिया गया। जर्मनी में कोलोन के महाधर्माध्यक्ष
योआकिम माईसनर ने संत पौलुस महागिरजाघर में बुधवार को आयोजित मनन चिंतन के समय कहा कि
जैसे कलीसिया में हमेशा सुधार होती है उसी प्रकार धर्माध्यक्षों और पुरोहितों में भी
हमेशा सुधार होती रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दमिश्क के रास्ते में जैसे पौलुस घोड़े
पर से गिर पड़े थे उसी प्रकार हमें दयालु ईश्वर की बाँहों में गिरना है। महाधर्माध्यक्ष
माईसनर ने बल दिया कि यह काफी नहीं है कि मेषपालीय कार्य़ो के द्वारा कलीसिया की संरचना
को ठीक करें ताकि यह और अधिक आकर्षक हो लेकिन जो कमी है वह दिल परिवर्तन की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि मन परिवर्तित पौलुस ही संसार को बदलने में सक्षम हुआ।