2010-06-01 12:23:51

वाटिकन सिटीः इसराएली रेड में व्यर्थ की हिंसा के प्रति वाटिकन चिन्तित


वाटिकन ने सोमवार को गज़ा के लिए मदद ले जा रहे जहाज़ों पर हुए इसराइली हमले पर गहन चिन्ता व्यक्त की है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान वाटिकन के प्रेस प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने कहा कि व्यर्थ की हिंसा से वाटिकन अत्यन्त दुःखी है तथा इस घटना को वह गम्भीरतापूर्वक ले रहा है।
वाटिकन प्रवक्ता फादर लोमबारदी ने कहा, "विशेष रूप से उक्त हमले में मानव जीवन को पहुँची क्षति चिन्ता का कारण है। जैसा कि पहले से ज्ञात है परमधर्मपीठ समस्याओं के हल के लिये किसी भी प्रकार की हिंसा का खण्डन करती है।" उन्होंने कहा, "शुक्रवार को आरम्भ हो रही साईप्रस की यात्रा के दौरान निश्चित रूप से सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें मध्यपूर्व में शांति का आह्वान करने से कदापि नहीं चूकेंगे।"
ग़ौरतलब है कि सोमवार को गज़ा के लिए मदद ले जा रहे जहाज़ों पर इसराएली सेना ने हमला कर दिया था। इस हमले में जहाज़ पर सवार फ़िलीस्तीनी समर्थक कार्यकर्ताओं में से कम से कम 19 मारे गए तथा दर्ज़नों घायल हो गये हैं।
इसराएली हमले के बाद सोमवार रात्रि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक आयोजित की गई। दस घण्टों तक चली इस बैठक के बाद तैयार आरम्भिक दस्तावेज़ में इसराइली हमले की कड़ी निंदा की गई है। साथ ही जहाज़ों को फ़ौरन छोड़ने तथा एक अंतरराष्ट्रीय जांच की भी मांग की गई है। तथापि अन्तिम निर्णय सुरक्षा परिषद् के सदस्यों द्वारा अपना अपना पक्ष रखें जाने के बाद ही लिया जायेगा।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद इस मामले में क्या क़दम उठाता है वह बहुत कुछ अमरीका के रुख़ पर निर्भर करता है। फ़िलहाल अमरीका ने इतना ही कहा है कि वह चाहता है कि इसराइल इस मामले की विश्वसनीय ढंग से जाँच करे।
इस बीच, तुर्की के विदेश मंत्री अहमत दावुतोग्लू ने इसराइल की कार्रवाई को 'एक देश की हत्या' की संज्ञा देते हुए बीबीसी से कहा कि इसराइल को तुरंत खेद जताना चाहिए और जहाज़ों को मुक्त करके मारे गए कार्यकर्ताओं के लिए मुआवज़ा देना चाहिए।
सुरक्षा परिषद में इसराइली प्रतिनिधि की दलील थी कि इसराइल की कार्रवाई आत्मरक्षा के लिये की गई। इसराइली रक्षामंत्री एहुद बराक ने भी आशा व्यक्त की है कि गज़ा में हमास से उनके देश को जो ख़तरा है, उसे अंतरराष्ट्रीय समुदाय समझेगा।
इसके जवाब में लंदन से फ़िलीस्तीनी प्रशासन के प्रतिनिधि मैनुएल हुसैन ने कहा है कि इसराइल सुरक्षा चिंताओं का हवाला देकर लगातार फ़िलीस्तीनियों पर हमले नहीं कर सकता। इस बीच, अरब लीग ने भी मंगलवार को एक आपात बैठक की घोषणा कर कहा है कि इसराइल की कार्रवाई से साफ़ ज़ाहिर होता है कि उसकी दिलचस्पी शांति प्रक्रिया में नहीं है।








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