पाकिस्तानः कलीसिया ने खून की राजनीति बन्द करने का आह्वान किया
पाकिस्तान के कराची महाधर्मप्रान्त ने कराची तथा आस पास के क्षेत्रों में नित्य जारी
राजनैतिक एवं जातिगत हत्याओं को बन्द करने का आह्वान किया है। विगत सप्ताह कराची तथा
इसके परिसर में 42 व्यक्तियों की हत्या कर दी गई थी।
पाकिस्तानी काथलिक धर्माध्यक्षीय
सम्मेलन की न्याय एवं शांति सम्बन्धी समिति के सदस्य एवं कराची महाधर्मप्रान्त के प्रवक्ता
नाओमन पीटर ने ऊका समाचार से कहा कि पाकिस्तान की प्रत्येक राजनैतिक पार्टी किसी न किसी
उग्रवादी लड़ाका दल से मिली है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान का ख्रीस्तीय समुदाय शस्त्र
एवं आतंकवाद के जरिये की जा रही राजनीति का खण्डन करता है क्योंकि अनवरत जारी हिंसा किसी
भी समस्या का समाधान नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि राजनीतिज्ञों को वार्ताओं एवं राजनैतिक
समझदारी द्वारा अपने बीच विद्यमान मतभेदों को दूर करना चाहिये।
विगत सप्ताह कराची
में भड़के दंगों, गोली चालन तथा विरोध प्रदर्शनों के चलते कलीसिया द्वारा संचालिक अनेक
स्कूलों एवं कार्यालयों को बन्द करना पडा था। श्री पीटर ने बताया कि 19 मई को गोली चालन
के बाद धर्माध्यक्षीय सम्मेलन की न्याय एवं शान्ति सम्बन्धी समिति के कार्यालय को भी
बन्द करना पडा। शहर की दूकानें भी बन्द रहीं।
श्री पीटर के अनुसार भारत से आये
आप्रवासी समुदाय मोहीजीर तथा पाकिस्तानी मूल के पुश्तून समुदाय के बीच सन 1990 के बाद
से झगड़े चलते रहे हैं जो हाल के वर्षों में हिंसक हो उठे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक
सिंध की प्रान्तीय सरकार हिंसा को रोकने हेतु ठोस उपाय नहीं करती तब तक रक्तपात होता
रहेगा।