2010-05-22 16:54:19

बुल्गारिया और मसेडोनिया के प्रतिनिधिमंडलों के लिए संत पापा का संदेश


24 मई को मनाये जानेवाले संत सिरील और संत मेथोदियुस के पर्व दिवस के उपलक्ष्य में रोम आये बुल्गारिया और मसेडोनिया के प्रतिनिधिमंडलों को संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने शनिवार को सम्बोधित किया। उनकी कामना है कि बुल्गारिया और मसेडोनिया में सुसमसाचार प्रचार के अथक कामों के द्वारा भाईचारा और सहानुभूति की भावना का प्रसार होता रहे तथा वे संत सिरील और मेथोदियुस के प्रेरितिक उत्साह को लागू करें। स्लावों के प्रेरित नाम से विख्यात संत सिरील और संत मेथोदियुस का पर्व 24 मई को मनाया जाता है। संत पापा ने कहा कि इन दोनों संतों ने मानवजाति तथा बुल्गारियाई और मसेडोनियाई जनता के ख्रीस्तीय सांस्कृतिक परम्परा और आध्यात्मिक विरासत की रचना करने में विशिष्ट योगदान दिया है।
बुल्गारिया के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आये प्रतिनिधिमंडल को सम्बोधित करते हुए संत पापा ने कहा कि यूरोपीय देशों के साथ पूर्ण रूप से एक होने के पथ में बुल्गारिया का आह्वान किया जाता है कि वह ख्रीस्तीय जडों की साक्षी दे। इसका प्रसार करे जो संत सिरील और संत मेथोदियुस की शिक्षाओं से इसे मिली हैं तथा आज भी जरूरी और महत्वपूर्ण हैं। इस अनमोल विरासत का संरक्षण और प्रसार करे जो बपतिस्मा में संयुक्त होकर प्रेरितों के विश्वास की उदघोषणा करनेवाले आर्थोडोक्स और काथलिकों को संयुक्त करती है।
मसेडोनिया के राष्ट्रपति के नेतृत्व में आये प्रतिनिधिमंडल को सम्बोधित करते हुए संत पापा ने कहा कि दोनों संत बंधुओं ने पीड़ा सहना, वंचित होना तथा आक्रमणों का सामना करने का क्या अर्थ होता है इसे जाना और इन बाधाओं का सामना उन्होंने मजबूत विश्वास, ईश्वर पर अटूट भरोसा, विश्वासियों की निष्ठापूर्वक सेवा, धर्मशास्त्रों का संरक्षण कर स्लाविक भाषाओं में अनुवाद द्वारा किया। संत पापा ने कहा कि ख्रीस्तीय के रूप में, हम सुसमाचार और सांस्कृतिक अस्मिता के बीच आंतरिक संबंध को मजबूत करें एवं विभिन्न् कलीसियाई परम्पराओं का परस्पर सम्मान करते हुए येसु के विश्वासी होने का साक्ष्य देते रहें।







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