भारत में मुम्बई के कार्डिनल ओसवाल्ड ग्रेशियस ने कहा है कि हमारे सब ईसाई संस्थान देशभक्त
हैं तथा देशभक्ति पर हमें कोई लेक्चर नहीं दे सकता है। हमारे सब ईसाई स्कूलों में देशभक्ति
और धार्मिक सौहार्द जैसे मूल्यों को सिखाया जाता है। हम शिक्षा प्रेरिताई द्वारा देश
की सेवा कर रहे हैं। कार्डिनल महोदय ने मुम्बई महानगरपालिका में बीजेपी और शिवसेना के
सदस्यों द्वारा महानगर के ख्रीस्तीय स्कूलों में शिक्षा देने के तरीकों पर की गयी आलोचना
का जवाब देते उक्त बातें कहीं । यह दोषारोपण किया गया है कि इन स्कूलों में ईसाई धर्म
के बारे में सिखाया जाता है जबकि हिन्दु धर्म के कुछेक अभ्यासों पर रोक लगाई जाती हैं।
कार्डिनल महोदय ने उक्त आरोप को खारिज करते हुए कहा कि ईसाई स्कूलों के विद्यार्थियों
में देशभक्ति और धार्मिक सौहार्द पर बल दिया जाता है। ईसाई संस्थान भारतीय संविधान तथा
ईसाई मूल्यों पर चलाये जाते हैं और संस्थानों की ईसाई पहचान को कम नहीं किया जा सकता
है। कार्डिनल ग्रेशियस ने कहा कि ये संस्थान समावेशी है तथा सब धर्मों के प्रति सम्मान
रखते हैं। कुछ समूह हैं जो चरमपंथी विचारधारा से संचालित होते हैं और ऐसा माहौल बनाते
हैं जो शांति और शांतिमय सहअस्तित्व के लिए खतरा उत्पन्न करता है।