2010-05-20 17:18:04

संत पापा ने संयुक्त अरब अमीरात की राजदूत का प्रत्यय पत्र स्वीकार किया


संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने वाटिकन के लिए नवनियुक्त संयुक्त अरब अमीरात की राजदूत हिस्सा अब्दुल्ला अहमद अल ओताईबा का प्रत्यय पत्र गुरूवार को स्वीकार किया। उन्होंने राजदूत महोदया को उनके नये काम के लिए शुभकामनाएँ देते हुए संयुक्त अरब अमीरात के शेख खलीफा बिन जायेद अल नहायान तथा सब नागरिकों के कल्याण के लिए अपनी शुभकामनाएँ दीं।
संत पापा ने कहा कि वाटिकन और संयुक्त अरब अमीरात के मध्य हाल ही में कूटनैतिक संबंध स्थापित हुए हैं। ईश्वर के प्रति प्रेम और अपने पड़ोसी की मर्यादा के प्रति सम्मान ही वाटिकन के कूटनैतिक कार्यों को दिशा देता तथा अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सेवा करने के काथलिक कलीसिया के मिशन को आकार देता है। कूटनैतिक संबंधों के क्षेत्र में कलीसिया के कार्य शांति, मानवाधिकार और समग्र विकास को बढ़ावा देते तथा सबलोगों के यथार्थ विकास की ओर उन्मुख होते हैं।
संत पापा ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरीत ने हाल के वर्षों में आर्थिक विकास का अनुभव किया है, यहाँ सैकडों हजारों विदेशियों को काम करने का अवसर मिला है ताकि वे अपने और अपने परिवारों के लिए वित्तीय सुरक्षा अर्जित कर सकें। उन्होंने कहा कि विदेशी कामगारों की उपस्थिति और उनके श्रम से देश को भी लाभ होता है और यह स्थिति विभिन्न धर्मों, संस्कृतियों और लोगों को सकारात्मक और फलप्रद साक्षात्कार करने का अवसर प्रदान करता है।
संत पापा ने कहा कि शांतिपूर्ण सहअस्तित्व और सामाजिक प्रगति के लिए जरूरी शर्तों को पूरा करने के लिए विदेशी कामगारों के प्रति देश के खुलापन को बनाये रखने के सतत प्रयासों की जरूरत है। वे अनेक काथलिक चर्चों के निर्माण के लिए सरकारी अधिकारियों की उदारता और सहयोग की सराहना करते हैं।
संत पापा ने कहा कि जहाँ भी धार्मिक स्वतंत्रता है वहाँ सामान्य हित और सामाजिक सौहार्द के प्रसार में इसका सार्थक योगदान होता है। उनकी कामना है कि काथलिक समुदाय संयुक्त अरब अमीरात में सब धर्मों और सब लोगों की प्रतिष्ठा का सम्मान करने में योगदान देता रहेगा।







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