2010-05-18 12:19:59

फ़ैसलाबाद, पाकिस्तानः ख्रीस्तीय नर्सों को समर्थन की आवश्यकता


पाकिस्तान के कलीसियाई अधिकारियों का कहना है कि देश की ख्रीस्तीय नर्सों और विशेष रूप से अन्य धर्मावलम्बियों से विवाह रचानेवाली उपचारिकाओं को प्रायः सामाजिक भेदभाव का सामना करना पड़ता है जिनकी मदद की जाना नितान्त आवश्यक है।
पंजाब प्रान्त के फ़ैज़लाबाद स्थित सेन्ट रेफियल्स होस्पिटल में, 14 मई को, चिकित्सा सेवा में संलग्न उपचारिकाओं को समर्पित दिवस मनाया गया जिसमें 200 ख्रीस्तीय नर्सों सहित 300 नर्सों तथा 20 धर्मबहनों एवं पुरोहितों ने भाग लिया।
इस दिन आयोजित शिविर में नर्सों के समक्ष आनेवाली कठिनाईयों पर ध्यान केन्द्रित किया गया तथा उन्हें समर्थन देने का प्रण किया गया।
पाकिस्तान में व्याप्त अतिवादी हिंसा के मद्देनज़र उपचारिकाओं की प्रेरिताई हेतु गठित धर्मप्रान्तीय आयोग के अध्यक्ष फादर ख़ालिद रशीद ने कहा कि आज पाकिस्तान में उन लोगों को सहायता की ज़रूरत है जो जीने के लिये संघर्षरत हैं तथा असुरक्षा की स्थिति से भयभीत हैं। उन्होंने कहा कि उपचारिकाओं की सेवा, हिंसा एवं आतंक के विरुद्ध जारी संघर्ष के बीच, चिकित्सा एवं देखभाल प्रदान कर समाज में सन्तुलन उत्पन्न करती है जिसे हर प्रकार का समर्थन दिया जाना चाहिये।
फैज़लाबाद कला परिषद के निर्देशक इस्लाम धर्मानुयायी आसिफ शाह ने इस तथ्य पर ध्यान आकर्षित कराया कि महान सेवा के बावजूद पाकिस्तान के पुरुष प्रधान समाज में नर्सों को निम्न वर्ग के कर्मचारी माना जाता है।
इसके अतिरिक्त मेडिकल मिशन धर्मसंघ की सि. इगनिया जॉन ने कहा कि अन्य धर्मावलम्बियों के साथ विवाह रचानेवाली नर्सों को कई पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
फैज़लाबाद धर्मप्रान्त में लगभग 500 ख्रीस्तीय नर्सें हैं जबकि धर्मप्रान्त द्वारा संचालित एक अस्पताल एवं दो चिकित्सालय हैं। सम्पूर्ण पाकिस्तान में काथलिक कलीसिया द्वारा संचालित सात अस्पताल हैं।










All the contents on this site are copyrighted ©.