अहमदाबादः बाँध पीड़ितों के पुनर्वास हेतु एक येसु धर्मसमाजी का संघर्ष
गुजरात के येसु धर्मसमाजी काथलिक पुरोहित फादर सैडरिक प्रकाश तथा यहाँ के ग़ैरसरकारी
संगठनों ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से निवेदन किया है मध्यप्रदेश तथा गुजरात राज्य
में निर्मित दो बाँधों द्वारा विस्थापित हुए लोगों के पुनर्वास में वे मदद प्रदान करें।
फादर सैडरिक प्रकाश गुजरात की राजधानी अहमदाबाद स्थित मानवाधिकार केन्द्र "प्रशान्त"
के निर्देशक हैं। सात मई को उन्होंने प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह को एक पत्र लिखकर
इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि मध्यप्रदेश की महेश्वर बाँध का अस्सी प्रतिशत निर्माण
कार्य ख़त्म हो गया है किन्तु इससे विस्थापित हुए 70,000 लोगों में केवल पाँच प्रतिशत
का ही पुनर्वास हो सका है। इसी प्रकार गुजरात की सरदार सरोवर बाँध से विस्थापित हुए 30,000
लोगों में से अधिकाँश का अब तक पुनर्वास नहीं हो पाया है। पत्र में प्रधान मंत्री
को स्मरण दिलाया गया कि सन् 2006 में उन्होंने तीन माहों के अन्दर विस्थापितों के पुनर्वास
का आश्वासन दिया था जिसपर अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि यदि
विस्थापितों के पुनर्वास को अनदेखा कर बाँध निर्माण कार्य जारी रहता है तो इसका अर्थ
होगा कुयोजना के कारण निर्धनों की बलि। इसका अर्थ, उन्होंने कहा, देश के कानून तथा मानवाधिकारों
का उल्लंघन करनेवाला भ्रष्ट प्रशासन भी है।