स्विटज़रलैण्ड, जिनिवाः बाल श्रम की विश्वव्यापी स्थिति पर आई.एल.ओ. ने चिन्ता जताई
जिनिवा स्थित अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने बाल श्रम की वर्तमान स्थिति पर चिन्ता व्यक्त
की है। संगठन का कहना है कि यद्यपि बाल श्रमिकों की संख्या घटी है तथापि हाल के दशकों
में इस घटाव की दर कम होती जा रही है।
अन्तरराष्ट्रीय श्रम संगठन आई.एल.ओ. की
हाल में प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया कि अभी भी 21 करोड़ 5 लाख बच्चे मजदूरी करने के
लिये बाध्य हैं। इनमें से अधिकांश कृषि क्षेत्र में लगे हैं। इसके अतिरिक्त इनमें से
पचास प्रतिशत बच्चे यानि लगभग साढ़े ग्यारह करोड़ बच्चे ख़तरनाक परिस्थितियों में मज़दूरी
के लिये बाध्य हैं।
रिपोर्ट में इस बात कि ओर ध्यान आकर्षित कराया गया कि सन्
2004 से 2008 के बीच बाल श्रमिकों की संख्या 22 करोड़ बीस लाख से 21 करोड़ पाँच लाख यानि
तीन प्रतिशत घटी जबकि सन् 2000 से 2004 के बीच यह संख्या दस प्रतिशत घटी थी। रिपोर्ट
में कहा गया कि सर्वाधिक गम्भीर स्थिति अफ्रीका के उपसहारा देशों की है जहाँ हर चार में
से एक बच्चा प्रायः ख़तरनाक परिस्थिति में मज़दूरी के लिये बाध्य होता है।
आई.एल.ओ.
के महानिदेशक हुआन सोमाविया के अनुसार बाल श्रमिकों की संख्या में कमी तो आ रही है किन्तु
इसकी गति बहुत धीमी है अतः बाल श्रम को समाप्त करने के लिये नये सिरे से विस्तृत योजनाओं
का कार्यन्वयन अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि वर्तमान आर्थिक संकट के कारण बाल श्रम को
रोकने हेतु आरम्भ पहलों को निष्क्रिय कदापि नहीं होने देना चाहिये।