इंदौर 3 मई, 2010 सोमवार (उकान) इंदौर की अंतरकलीसियाई समिति ने निर्णय किया है कि ईसाइयों
पर लगातार हो रहे हमलों के मद्देनज़र वे ईसाइयों की आपसी एकता के लिये एक अभियान चलाएँगे।
उक्त बात की जानकारी देते हुए मध्यप्रदेश ईसाई महासभा के अध्यक्ष कुरिशिकल जोशी ने
कहा कि अगर सभी ईसाई संगठित होकर अत्याचारियों के ख़िलाफ़ आवाज़ नहीं उठाएँगे तो राज्य
में दूसरा कंधमाल कभी भी हो सकता है। श्री जोशी 2 मई को इंदौर में अंतरकलीसियाई सभा
के डेढ़ हज़ार प्रतिनिधियों को संबोधित कर रहे थे। श्री जोशी ने कहा कि उनकी योजना है
कि राज्य के सभी पल्लियों को मध्यप्रदेश ईसी महासभा से जोड़ा जायेगा। इस अवसर पर बोलते
हुए इंदौर के धर्माध्यक्ष चाको थोट्टमरिक्कल ने कहा कि यह समय राज्य के सब ईसाइयों को
संगठित होने का समय है। ईसाइयों के इस संगठन की शक्ति इस बात पर निर्भर करती है इसके
सदस्यों में कितनी एकता है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि उन चुनौतियों का मुकाबला
एकजुट हो करें जो धर्म के नाम पर लोगों को तोड़ना चाहती है। उन्होंने ईश्वर से प्रार्थना
की और कहा कि जैसा की येसु ने एकता के लिये प्रार्थना की वैसा ही प्रार्थना करते हैं
और आशा व्यक्त की कि जिस प्रकार येसु ने अन्याय और हिंसा का सामने किया वैसा ही ख्रीस्तीय
समुदाय भी हिंसा का सामना कर सकते हैं। चर्च ऑफ नोर्थ इंडिया के भोपाल के धर्माध्यक्ष
लक्ष्मण मेदा इस बात के लिये कि प्रसासों के बाद भी अंतरकलीसियाई एकता मजबूत नहीं हो
पायी है।