वाटिकन सिटी, 1 मई, 2010 शनिवार( ज़नित) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने कार्डिनल पौल
मायेर के निधन पर शोक व्यक्त किया है जिनकी मृत्यु 30 अप्रैल शुक्रवार को रोम में हो
गयी। वे 98 वर्ष के थे । संत पापा ने कहा उन्हें कार्डिनल के निधन से गहरा दुःख हुआ है
और वे अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा वे बेनेदिक्तिन कार्डिनल के निधन
पर शोकित बेनेदिक्तिन परिवार के सदस्यों, कार्डिनल निकटवर्त्ती संबंधियों और सभी शोकित
लोगों के साथ अपनी आध्यात्मिक सान्निध्य व्यक्त करते हैँ। तार संदेश में धर्मसमाज
के धर्माधिकारी नोकतेर वुल्फ को प्रेषित संदेश में संत पापा ने कहा कि कार्डिनल मायेर
ने हमारे साथ एक सुखद याद छोड़ दिया है। उन्होंने जीवन भर मठाधीश और एक भले चरवाहे
के रूप में सदा ही उत्साहपूर्वक कलीसिया की सेवा की और अपने ईश्वरीय बुलाहट के प्रति
सदा ईमानदार रहे। संत पापा ने कहा कि कार्डिनल मायेर पूजन-विधि संबंधी विषयों में
अपने योगदान के लिये याद किये जाते रहेंगे। उन्होंने परमधर्मपीठीय विश्वविद्यालयों और
लघु गरुकुलों में भी अपनी सेवायें दीं। कार्डिनल मायेर ने सेवानिवृत होने के बाद
भी पूजन-विधि के लिये बनी समिति और परमधर्मपीठीय आयोग ‘एकलेसिया देई’ के अध्यक्ष के रूप
में अपनी सेवायें दीं। संत पापा ने कार्डिनल मायेर की तारीफ़ करते हुए कहा कि उन्होंने
वाटिकन द्वितीय की महासभा के सम्पन्न होने की तैयारी काल में भी अपना महत्त्वपूर्ण योगदान
दिया था। इनके अलावा मायेर ने रोमी कूरिया के कई अन्य विभागों में कार्य किया । पोप
ने ईश्वर से प्रार्थना की ईश्वर कलीसिया के इस योग्य सेवक को उसकी सेवाओं के उन्हें अनन्त
शांति और आनन्द प्रदान करें। कार्डिनल मायेर काजन्म जर्मनी के अलतोतिंग में 23 मई
सन् 1911 में हुआ था। आपने सन् 1931 ईस्वी में अपने को बेनेदिक्तीन धर्मसमाज में पूर्ण
रूप से समर्पित किया और सन् 1935 ईस्वी में आपका पुरोहिताभिषेक हुआ था। कार्डिल के
निधन हो जाने से कॉलेज ऑफ कार्डिनल्स की संख्या 180 हो गयी है जिनमें सिर्फ़ 108 लोगों
को संत पापा चुनाव की प्रक्रिया में भाग लेने अधिकार है।