2010-04-28 11:47:54

वाटिकन सिटीः मध्यपूर्व के लिये धर्माध्यक्षीय धर्मसभा की कार्यसूची में ख्रीस्तीयों के लिये धार्मिक स्वतंत्रता की मांग


मध्यपूर्व के लिये आयोजित धर्माध्यक्षीय धर्मसभा की कार्यसूची में इस्लामी देशों में जीवन यापन करनेवाले ख्रीस्तीयों के लिये धार्मिक स्वतंत्रता की मांग की गई है।

वाटिकन में आगामी अक्तूबर माह की दस से 24 तारीख तक मध्यपूर्व के लिये धर्माध्यक्षीय धर्मसभा का आयोजन तय है जिसके लिये इस समय कार्यसूची तैयार की जा रही है। अनेक विशेषज्ञ कार्यसूची तैयार करने में संलग्न हैं जिसके अनुसार मध्यपूर्व के इस्लामी देशों में ख्रीस्तीयों को भी वही स्वतंत्रता मिलनी चाहिये जो इस्लाम धर्मानुयायियों को मिलती है। कार्यसूची के प्रथम प्रारूप में कहा गया कि काथलिक जगत एवं इस्लाम जगत के बीच वार्ता के लिये आपसी समझदारी एवं उदारता के साथ साथ धार्मिक स्वतंत्रता की भी नितान्त आवश्यकता है। काथलिक एवं इस्लाम धर्मानुयायियों के बीच सम्वाद पर उक्त धर्माध्यक्षीय धर्मसभा में विशेष बल दिया जायेगा।

ग़ौरतलब है कि विगत वर्ष मई माह में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की पवित्रभूमि इसराएल एवं फिलीस्तीनी क्षेत्र में यात्रा के बाद मध्यपूर्व के लिये धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के आयोजन का निर्णय लिया गया था। जनवरी माह में प्रकाशित कार्यसूची के प्रथम प्रारूप में ईराक, मिस्र तथा सिरिया के काथलिक धर्माध्यक्षों एवं प्राधिधर्माध्यक्षों की चिन्ताओं को अभिव्यक्ति प्रदान करने का प्रयास किया गया है।








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