धर्माध्यक्ष ने त्यागपत्र दिया, संत पापा ने स्वीकार किया
बेल्जियम, 24 अप्रैल, 2010 शनिवार (ज़ेनित) संत पापा बेनेदिक्त सोलहवें ने बेल्जियम
के ब्रुजेस के धर्माध्यक्ष रोजर जोसेफ वन्गेलुए का त्यागपत्र स्वीकार कर लिया है जिसने
यौन-दुराचार की बात को स्वीकार किया।
वाटिकन प्रेस कार्यालय के अनुसार धर्माध्यक्ष
वान्गेलुए ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर अपनी उस गलती को स्वीकारा जिसे उसने उस समय
किया था जब वह एक पुरोहित था।
उसने इस बात का खुलासा किया कि उसने उस पीड़ित
व्यक्ति और उस परिवार से भी माफी माँग ली है और वे दिल से दुःखी हैं।
उन्होंने
मीडिया के समक्ष सार्वजनिक रूप से माफी माँगते हुए कहा कि “मैंने जो गलती की है उसके
लिये मुझे गहरा अफ़सोस है और मैं उस पीड़ित व्यक्ति से, उनके परिवार के सदस्यों से, पूरी
काथलिक कलीसिया और पूरे समाज से माफी माँगता हूँ। 73 वर्षीय धर्माध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने
अपना त्यागपत्र संत पापा कौ सौंप दिया है और संत पापा ने उसे स्वीकार भी कर लिया है।
प्रेस कॉन्फेरेन्स में उपस्थित मेकलन ब्रसेल्स के महाधर्माध्यक्ष ने मूतिएन लेओनार्ड
ने कहा कि कलीसिया एक गंभीर समस्या का सामना कर रही है। उन्होंने कहा कि धर्माध्यक्ष
वन्गेलुए को ईश्वर की दया पर भरोसा रखते हुए पश्चात्ताप का पूरा अधिकार है ।
पीड़ित
व्यक्ति एवं उसके परिवार का सम्मान करते हुए और सत्य का सामना ईमानदारी से करते हुए धर्माध्यक्ष
का त्यागपत्र देना उचित है। उन्होंने यह भी कहा कि कलीसिया हरसंभव प्रयास करेगी कि पीड़ित
व्यक्ति के समुचित पुनर्वास में योगदान दे।
उन्होंने यह भी बताया कि धर्माध्यक्ष
की गलती को स्वीकार करने के लिये प्रेस कॉन्फ्रेस बुलाकर कलीसिया यह बताना चाहती है कि
वह यौन-दुराचार के मामले में पारदर्शी है।
विदित हो कि धर्माध्यक्ष वान्गेलुए
अपने धर्मप्रांत में एक उदार और उत्साही धर्माध्यक्ष के रूप में सराहे जाते रहे हैं।
महाधर्माध्यक्ष ने यह भी कहा कि लोग अपनी प्रज्ञा के अनुसार परखकर पुरोहितों
और धर्माध्यक्षों पर अपनी आस्था और व विश्वनीयता बनाये रखेंगे।
उन्होंने विश्वास
दिलाया कि अधिकतर पुरोहित अपनी बुलाहट को निष्ठा के साथ निभाते हैं।