2010-04-19 12:06:36

वालेत्ताः दुराचार पीड़ितों के साथ सन्त पापा की मुलाकात पर वाटिकन का वकतव्य


माल्टा स्थित परमधर्मपीठीय राजदूतावास में रविवार अपराह्न सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने अतीत में कुछ पुरोहितों द्वारा यौन दुराचार के शिकार बनाये गये दस युवाओं से मुलाकात कर उन्हें अपना आशीर्वाद दिया।

ग़ौरतलब है कि हाल के माहों में यूरोप के कई देशों में कुछ काथलिक पुरोहितों द्वारा किये यौन अपराधों के कारण काथलिक कलीसिया पर कुकर्मों को छिपाये रखने के आरोप लगाये गये हैं जिन्हें मीडिया ने भी बहुत अधिक तूल दिया है। स्थिति को स्पष्ट करने, दुराचार पीड़ितों के प्रति सहानुभूति का प्रदर्शन करने, अपराधियों को न्यायोचित दण्ड दिलवाने तथा भविष्य में बच्चों की सुरक्षा हेतु कारगर कदम उठाये जाने का आश्वासन देने के लिये उक्त मुलाकात का आयोजन किया गया था।

मुलाकात पर बाद में वाटिकन ने एक वकतव्य जारी कर कहा, "रविवार 18 अप्रैल को, माल्टा स्थित प्रेरितिक राजदूतावास में, सन्त पापा ने, याजकवर्ग के कुछ सदस्यों द्वारा यौन दुराचार के शिकार बने व्यक्तियों के एक छोटे से दल से मुलाकात की। उनकी गाथाओं ने सन्त पापा का हृदय स्पर्श किया तथा उनके और उनके परिजनों द्वारा सही गई व्यथा के कारण उन्होंने लज्जा एवं दुःख व्यक्त किया। उन्होंने उनके साथ प्रार्थना की तथा उन्हें आश्वासन दिया कि कलीसिया आरोपों की जाँच हेतु, दुराचारियों को न्यायोचित दण्ड देने हेतु तथा भविष्य में युवा व्यक्तियों की सुरक्षा के लिये निर्मित नियमों को प्रभावात्मक ढंग से लागू करने हेतु हर सम्भव प्रयास कर रही है तथा आगे भी करती रहेगी।" वकतव्य में यह भी कहा गया, "आयरलैण्ड के काथलिकों को प्रेषित अपने हाल के पत्र की भावना में, सन्त पापा ने प्रार्थना की कि दुराचार का शिकार बनाये गये सभी व्यक्ति चंगाई एवं पुनर्मिलन की अनुभूति प्राप्त करें ताकि नवीकृत आशा के साथ आगे बढ़ सकें।"

माल्टा स्थित परमधर्मपीठीय राजदूतावास में सम्पन्न मुलाकात के बाद 37 वर्षीय लॉरेन्स ग्रेक ने पत्रकारों से कहा कि मुलाकात अत्यन्त भावात्मक थी सभी के अश्रु निकल आये थे। उसने बताया कि सन्त पापा ने सबके साथ मिलकर प्रार्थना की तथा उनकी गाथाएँ सुनी और बाद में उनसे वैयक्तिक मुलाकात भी की। ग्रेक ने बताया कि विगत बीस वर्षों में उसने अपने विश्वास को ही खो दिया था किन्तु सन्त पापा से मिलने के बाद उसे लगता है कि उसमें व्याप्त खालीपन दूर हो गया है। उसके अनुसार सन्त पापा से मुलाकात का अनुभव उसके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लायेगा।

ग़ौरतलब है कि अमरीका तथा ऑस्ट्रेलिया में भी अपनी यात्राओं के दौरान सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने यौन दुराचार से पीड़ित व्यक्तियों से मुलाकात की थी।








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