लूका, माल्टाः सन्त पापा की यात्रा से माल्टा को बल मिला कहना राष्ट्रपति का
माल्टा में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें की प्रेरितिक यात्रा मात्र दो दिनों तक ही सीमित
थी तथापि उनकी उपस्थिति का अनुभव देश में बहुत लम्बे समय तक किया जा सकेगा।
माल्टा
के राष्टपति जॉर्ज आबेला ने लूका अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सन्त पापा से विदा लेते
हुए उक्त बात कही।
उन्होंने कहा, "आपकी आत्मा हमारे साथ रहेगी तथा दीर्घ काल
तक हमारे विश्वास को पोषित करती रहेगी।" राष्ट्रपति ने कहा कि सन्त पापा ने माल्टा को
वह आवश्यक वरदान दिया है जो एक मेषपाल ही दे सकता है। उन्होंने सन्त पापा को आश्वासन
दिया कि माल्टावासी, केवल अपने देश में ही नहीं अपितु देश के परे विदेशों में भी अपने
असंख्य मिशनरियों द्वारा, ख्रीस्त में अपने विश्वास की अभिव्यक्ति तथा उदारता एवं एकात्मता
के ख्रीस्तीय मूल्यों का वरण जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, "आशा नवीकृत हुई है तथा दृढ़तापूर्वक
भविष्य का सामना करने के लिये हमें बल मिला है।"
याजकवर्ग के दुराचार के शिकार
बने व्यक्तियों से मुलाकात करने के लिये भी राष्ट्रपति महोदय ने सन्त पापा के प्रति धन्यवाद
ज्ञापित किया और कहा कि उनके सान्निध्य से पीड़ितों को सान्तवना एवं राहत मिली है।