यौन दुराचार संबंधी समाधानों की प्रक्रिया की जानकारी इंटरनेट में
वाटिकन सिटी, सोमवार 12 अप्रैल, 2010 (उकान) विश्वास के सिद्धांत के लिये बनी समिति ने
कहा है कि यौन दुराचार संबंधी आरोपों के समाधान के लिये काथलिक कलीसिया द्वारा किये जा
रहे प्रयासों और प्रक्रियाओं की जानकारी आम लोगों के लिये इंटरनेट में उपलब्ध करा दी
जायेगी। उक्त बात की जानकारी देते हुए एसोशिएटेड प्रेस के संवाददाता ने बताया कि
संत पापा ने कहा कि वे यौन दुराचार से पीड़ित व्यक्तियों से मुलाक़ात करेंगे। वाटिकन
का मानना है कि यौन दुराचार के मामले में पारदर्शिता ‘निहायत ज़रूरी’ है। एसोशिएटेड प्रेस
ने बताया कि यौन दुराचार से जुड़ी समस्या के समाधान की प्रक्रिया को आम लोगों को समझाने
के लिये जो प्रति उपलब्ध करायी गयी है वह सरल है और इसे आसानी से समझा जा सकता है।
इसे विभिन्न कलीसियाई उद्धरण और लैटिन शब्दों से बोझिल नहीं बनाया गया है। विदित
हो कि विगत् दिनों यौन दुराचार का समाधान करने वाली कलीसियाई आंतरिक प्रक्रिया की कई
लोगों ने आलोचना की थी। पीड़ितों का मानना है कि उनकी बातों को लम्बे समय तक नज़रअंदाज़
किया गया और आरोपियों को बचाने का प्रयास किया गया। उन्होंने बताया कि अनुशासनात्मक
कारवाई करने वाली समिति में 10 सदस्य होते हैं। फिलहाल इस समिति के अध्यक्ष हैं मोन्सिन्योर
चार्ल्स सिकलूना । उनके साथ और सात पुरोहित और एक लोकधर्मी भी कार्य करते हैं। प्रक्रिया
के बारे उन्होंने बताया कि जब भी कोई केस इस समिति के पहुँचता है तो धर्माध्यक्ष आरोपी
से सबसे पहले व्यक्तिगत रूप से मिलते हैं तब उसका स्थानांतरण कर दिया जाता है या तो उन्हें
कौंसिलिंग सेंटर भेज दिया जाता है ।