इराक के मोसुल में नवनियुक्त खाल्दीयाई रीति के महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि ईसाई विरोधी
हिंसा अभियान के बाद शांतिपूर्वक सम्पन्न ईस्टर समारोहों ने ईराकी ख्रीस्तीयों को नई
आशा प्रदान किया है। 42 वर्षीय महाधर्माध्यक्ष अमिल नोना ने कहा कि ईस्टर समारोह बहुत
बहुत अच्छी तरह सम्पन्न हुए। चर्च में विश्वासी जन आ रहे थे जो दो या तीन वर्षों तक गिरजाघर
नहीं गये थे। महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि एक साल पहले शहर से पलायन करनेवाले 3500 ईसाईयों
में से अनेक लोग मोसुल शहर लौट आये हैं।