गुवाहाटीः शवों के निकालने के बाद स्कूल पुनः खोलने का ऐलान
अरूणाचल प्रदेश के कुरुँग कूमै ज़िले स्थित पालिन गाँव में शवों को निकल लिये जाने के
बाद साईलिशियन धर्मसमाज ने वहाँ के डॉन बोस्कोज़ काथलिक स्कूल के पुनः खोले जाने का ऐलान
किया है।
स्मरण रहे कि दो माहों पूर्व स्कूल के निकट स्थित एक छात्रावास में
आग भड़क जाने के बाद 14 विद्यार्थियों की मृत्यु हो गई थी। हालांकि छात्रावास एक निजी
संस्था द्वारा चलाई जा रहा था तथा उसका काथलिक स्कूल से कुछ लेना देना नहीं था तथापि
अभिभावकों एवं माता पिताओं ने आग भड़कने के लिये काथलिक स्कूल के अधिकारियों को ज़िम्मेदार
ठहराया था क्योंकि मरनेवाले सभी छात्र काथलिक स्कूल के विद्यार्थी थे। लोगों में रोष
को भड़कते देख साईलिशियन धर्मसमाज ने स्कूल बन्द कर दिया था तथा यहाँ कार्यरत पुरोहितों
एवं धर्मबहनों को अन्यत्र भेज दिया था। स्कूल के बन्द कर दिये जाने के बावजूद कुद्ध लोगों
ने 14 विद्यार्थियों के जले हुए शवों को स्कूल के बास्केट बॉल कोर्ट में दफना दिया था।
बाद में माता पिताओं एवं अभिभावकों ने पुरोहितों से लौट आने तथा स्कूल को खोले
जाने का निवेदन किया था किन्तु पुरोहितों ने शर्त रखी थी कि जब तक स्कूल के मैदान से
सभी शव निकाल नहीं दिये जाते तब तक स्कूल को बन्द ही रखा जायेगा।
दीमापुर में
साईलिशियन धर्मसमाज के प्रान्ताध्यक्ष फादर जेम्स पुनथुरिथिल ने मंगलवार को इस सिलसिले
में ऊका समाचार को बताया कि तीन अप्रैल को 14 विद्यार्थियों के शवों को डॉन बोस्कोज़
स्कूल के मैदान से हटा दिया गया है तथा अन्यत्र उनकी दहन क्रिया कर दी गई है। उन्होंने
कहा कि स्थिति की पूर्ण जाँच करने के बाद ही डॉन बोस्कोज़ में पढ़ाई आरम्भ की जायेगी।