गुवाहाटी, 27 मार्च, 2010 शनिवार (उकान) महाधर्माध्यक्ष थोमस मेनामपरामपिल के आमंत्रण
पर मलेशिया की तीन सदस्यीय टीम ने गुवाहाटी में सुसमाचार प्रचार के नये तरीकों पर अल्फा
नामक तीन दिवसीय सेमिनार दिया। सेमिनार के समापन पर बोलते हुए महाधर्माध्यक्ष मेनामपरामपिल
ने कहा कि वे चाहते थे कि मलेशिया की टीम धर्मप्रांत के पुरोहितों और धर्मबहनों को इस
बात के लिये अनुप्राणित करें। सलेशियन महाधर्माध्यक्ष ने अल्फा सेमिनार का संचालन
करने वालों के बारे में कहा कि उनका विश्वास सुदृढ़ है और उनका अध्यापन का तरीका प्रभावपूर्ण।
सेमिनार के बारे में बोलते हुए नोतरे दम की सिस्टर मल्लिका टोप्पो ने कहा कि अल्फा
सेमिनार से उनके विश्वास का नवीनीकरण हुआ है उनको आध्यात्मिक शक्ति प्राप्त हुई है ताकि
वे सुसमाचार का प्रचार कर सकें। डिवाइन प्रोविडेंस की सिस्टर लीली ने कहा कि अल्फा
कोर्स ने उसे प्रेरिताई कार्य करने का नया उत्साह प्रदान किया है। 22 वर्षीय दामियन प्रकाश
ने कहा कि अल्फा सेमिनार ने उनके जीवन को बदल दिया है। सेमिनार में जिन तरीकों को बताया
गया उसके उपयोग से आदिवासी क्षेत्रों में सुसमाचार के प्रचार में मदद मिल सकती है। इस
संबंध में बोलते हुए सुसई अंतोनी ने कहा कि उन्होंने अल्फा सेमिनार में सन् 2005 में
भाग लिया था और तब से उसका जीवन ही बदल गया है । वे ‘संडे क्रिश्चियन’ से अब ‘येसु-केन्द्रित-व्यक्ति’
बन गये हैं। विदित हो कि अल्फा सेमिनार काथलिक विश्वास प्रशिक्षण कोर्स है जिसे दस
सप्ताहों में पूरा किया जाता है। इसको उन ईसाइयों के लिये बनाया गया है जो ख्रीस्तीय
विश्वास में कमजोर या नये हैं। भारत में बंगलोर दिल्ली और मुम्बई में भी यह कोर्स आम
लोगों के लिये चलाया जा रहा है।