कार्डिनल कामिल्लो रूईनी कोलोसियम के निकट गुड फ्राइडे के दिन सम्पन्न होनेवाली क्रूस
मार्ग प्रार्थना के लिए मनन चिंतन तैयार करेंगे
(वाटिकन जेनिथ) संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने इताली कार्डिनल कामिल्लो रूईनी को रोम
स्थित कोलोसियम के निकट 2 अप्रैल को गुड फ्राइडे के दिन सम्पन्न होनेवाली क्रूस मार्ग
प्रार्थना के लिए मनन चिंतन तैयार करने को कहा है। 79 वर्षीय कार्डिनल रूईनी 1991 से
2008 तक रोम धर्मप्रांत के विकर रहे थे। संत पापा जोन पौल द्वितीय ने उन्हें 1991, 1996
और 2001 में तीन बार इताली धर्माध्यक्षीय सम्मेलन का अध्यक्ष नियुक्त किया था। इस पद
पर उनकी नियुक्ति की पुष्टि संत पापा बेनेडिक्ट 16 वें ने 2006 में की थी। सन 2007 में
कार्डिनल आंजेलो बानयास्को इताली धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष बनाये गये। संत पापा
बेनेडिक्ट 16 वें ने गुड फ्राइडे के दिन रोम में कोलोसियम के पास सम्पन्न होनेवाले क्रूस
मार्ग प्रार्थना के लिए मनन चिंतन तैयार करने का दायित्व अबतक दो इताली और तीन एशियाई
मूल के धर्माध्यक्षों और कार्डिनलों को सौंपा है। संत पेत्रुस महामंदिर के प्रधानपुरोहित
कार्डिनल आंजेलो कोमास्त्री ने सन 2006 में, संस्कृति संबंधी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष
महाधर्माध्यक्ष ज्यांफ्रांको रवासी ने सन 2007 में, हाँगकाँग के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल
जोसेफ जेन जे कियून ने सन 2008 में तथा भारत में गुवाहाटी के महाधर्माध्यक्ष थोमस मेनामपरम्बिल
ने सन 2009 के लिए मनन चिंतन तैयार किया था। रोम के ऐतिहासिक स्मारक कोलोसियम के पास
क्रूस मार्ग प्रार्थना सम्पन्न करने की परम्परा 18 वीं सदी से ही है। सन 1750 में संत
पापा बेनेडिक्ट चौदहवें के परमाध्यक्षीय काल में सम्पन्न हुई थी। इसे संत पापा पौल षष्ठम
ने 1964 में पुनः स्थापित किया। संत पापा जोन पौल द्वितीय ने पवित्र वर्ष 1984 तथा 2000
के लिए क्रूस मार्ग प्रार्थना के मनन चिंतन स्वयं तैयार किया था। इस वर्ष गुड फ्राइडे
2 अप्रैल को मनाया जायेगा। इसी दिन संत पापा जोन पौल द्वितीय के निधन की 5 वीं बरसी भी
है।