वर्ल्ड विज़न का ‘बाल स्वास्थ्य अभी’ नामक अभियान आरंभ
नयी दिल्ली, 24 मार्च, 2010 बुधवार (उकान) वर्ल्ड विज़न नामक एक ईसाई अंतरराष्ट्रीय संगठन
ने भारतीय माताओं और बच्चों को उचित स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिये 18 मार्च से
‘बाल स्वास्थ्य अभी’ नामक एक पाँच वर्षीय अभियान चलाया है। इस अभियान के द्वारा यह
संगठन चाहती है कि सरकार माताओं और बच्चों के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें। वर्ल्ड
विज़न के राजूदत जीन हिर्च ने दिल्ली में इस अभियान की शुरुआत करते हुए बताया कि संयुक्त
राष्ट्र संघ के द्वारा बच्चों के स्वास्थ्य के लिये कार्य करने के अभियान में उनका संगठन
अपना विशेष योगदान देना चाहती है। इस अभियान के तहत् यह संस्था चाहती है कि यह सरकार
पर इस बात के लिये दबाव डाले कि वह लोगों के उचित स्वास्थ्य संबंधी अधिकारों और सुविधाओं
को पूरे देश की माताओं, शिशुओं, परिवारों और समुदायों के लिये उपलब्ध करे। वर्ल्ड
विज़न के राजदूत जीन ने बताया कि प्रत्येक वर्ष पूरे विश्व में पाँच वर्ष से कम उम्र
वाले 9 लाख बच्चे उन बीमारियों से मर जाते हैं जिनकी चिकित्सा संभव हो सकती थी। उन्होंने
यह भी बताया कि प्रत्येक दिन करीब 24 हज़ार बच्चों की मृत्यु हो जाती है। ग़ौरतलब है
कि सिर्फ भारत में ही पाँच वर्ष से कम आयु वाले मरने वाले बच्चों की संख्या करीब 2 लाख
है। वर्ल्ड विज़न भारत के राष्ट्रीय निदेशक जयाकुमार क्रिश्चियन ने बताया कि भारत
सरकार अपने कुल बज़ट का सिर्फ़ 2.3 प्रतिशत स्वास्थ्य कल्याण पर खर्च करता है जो बच्चों
के स्वास्थ्य सुरक्षा के लिये पर्याप्त नहीं है। भारत भी अफगनिस्तान और जांबिया के
साथ उन 20 देशों की सूची में हैं जहाँ बच्चों की मृत्यु दर में बहुत अधिक है।