नई दिल्लीः दलित ख्रीस्तीयों एवं मुसलमानों के अधिकारों के लिये प्रदर्शन राजधानी में
नई दिल्ली में सोमवार को लगभग 15,000 प्रदर्शनकारियों ने एक रैली में भाग लेकर ख्रीस्तीय
एवं मुसलमान दलितों को आरक्षण देने हेतु सरकार से मांग की।
दलित ख्रीस्तीयों
की राष्ट्रीय समिति तथा अखिल भारतीय पाशमन्ता मुसलिम महज ने संयुक्त रूप से उक्त रैली
का आयोजन कर संसद भवन के समक्ष धरणा दिया।
श्री अली अनवर, श्री अज़ीज़ पाशा,
श्रीमती बृन्दा करट तथा श्री शरद यादव जैसे सांसदों, धर्माध्यक्ष नीतीनाथन तथा कुछेक
मुसलमान एवं ख्रीस्तीय नेताओं ने रैली को सम्बोधित किया।
प्रदर्शनकारियों ने
सरकार के समक्ष ये मांगें रखीः ख्रीस्तीय एवं मुसलिम अनुसूचित जातियों पर रंगनाथ मिश्रा
आयोग की रिपोर्ट को लागू किया जाये, दलित ख्रीस्तीयों एवं दलित मुसलमानों को अनुसूचित
जातियों में शामिल किया जाये, एपेक्स कोर्ट में दायर मुकद्दमे का सकारात्मक उत्तर दिया
जाये तथा सभी दलितों को अनुसूचित जाति में सूचीबद्ध किये जाने के लिये संसद के वर्तमान
सत्र में विधेयक प्रस्तावित किया जाये।
ग़ौरतलब है कि रंगनाथ मिश्रा आयोग की
रिपोर्ट ने ख्रीस्तीय एवं मुसलमान धर्म के दलितों को भी अनुसूचित जाति में स्थान दिये
जाने का प्रस्ताव किया है। साथ ही अनुसूचित जाति सम्बन्धी सन् 1950 के संवैधानिक आदेश
के तीसरे पेरा को हटाये जाने का प्रस्ताव किया है क्योंकि यह देश की धर्मनिरपेक्ष प्रकृति
के विरुद्ध है।