वाटिकन सिटीः वाटिकन प्रवक्ता ने जर्मनी के पुरोहितों द्वारा यौन दुराचारों के प्रकरण
पर स्पष्टीकरण दिया
जर्मनी में विगत दिनों पुरोहितों द्वारा यौन दुराचार की घटनाओं के प्रकाश में आ जाने
के बाद शुक्रवार वाटिकन के प्रवक्ता फादर फेदरीको लोमबारदी ने यह स्पष्ट किया कि अतीत
में इस प्रकार की घटनाएँ हुई थीं तथा जर्मनी के काथलिक धर्माध्यक्ष इन्हें गम्भीरता पूर्वक
ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि आरोपी पुरोहितों को बहुत पहले अलग कर दिया गया है, गुरुकुलों
में भर्ती के लिये अब कठोर नियमों का पालन किया जा रहा है, प्रशिक्षण काल के दौरान छात्रों
पर कड़ी नज़र रखी जा रही है तथा यौन दुराचार के शिकार व्यक्तियों के उपचार के प्रयास
जारी हैं।
ग़ौरतलब है कि जर्मनी के काथलिक महाधर्माध्यक्ष रॉबर्ट ज़ोलिस्ट ने
शुक्रवार को वाटिकन में सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें से मुलाकात कर जर्मनी में विगत दिनों
प्रकाश में आई काथलिक पुरोहितों के यौन दुराचार की घटनाओं का ब्यौरा दिया था और साथ ही
यौन दुराचार के शिकार बने व्यक्तियों से सार्वजनिक क्षमा याचना की थी।
विगत दिनों
में जर्मनी के 170 पूर्व विद्याथियों ने पुरोहितों द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया
है।
महाधर्माध्यक्ष ज़ोलिस्ट की सन्त पापा के साथ मुलाकात के बाद यह भी प्रकाश
में आया कि रेगन्सबुर्ग धर्मप्रान्त के अतिरिक्त म्यूनिख-फ्रायज़िग महाधर्मप्रान्त में
भी उस काल में यौन दुराचार की घटनाएँ हुई जब सन्त पापा बेनेडिक्ट 16 वें वहाँ के महाधर्माध्यक्ष
थे। यौन दुराचार की घटनाएँ सन् 1980 में हुई थी। सन् 1977 से 1981 तक महाधर्माध्यक्ष
जोसफ राटसिंगर म्यूनिख फ्रायज़िग के महाधर्माध्यक्ष थे। आरोपी पुरोहित को उपचार के लिये
प्रेषित कर दिया गया था तथा बाद में उसी महाधर्मप्रान्त की एक पल्ली का कार्भार सौंप
दिया गया था। इस पर फादर लोमबारदी ने बताया कि म्यूनिख-फ्रायसिंग महाधर्मप्रान्त ने यह
स्पष्ट कर दिया है कि ततकालीन महाधर्माध्यक्ष जोसफ राटसिंगर को किसी भी पुरोहित के दुराचार
की ख़बर नहीं थी।